Edited By Ramanjot, Updated: 18 Mar, 2024 10:15 AM
बिहार जदयू के अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राजद के वरिष्ठ नेता तेजस्वी प्रसाद यादव के बयान पर पलटवार किया और पूछा कि 75 फीसदी आरक्षण का श्रेय लेने से पहले तेजस्वी यादव को यह स्पष्ट करना चाहिए कि उनके माता-पिता के 15 साल के...
पटना: जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने अतिपिछड़ा आरक्षण को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) पर निशाना साधा और पूछा कि वर्ष 1990 से 2005 तक पंचायती राज एवं नगर निकाय में अतिपिछड़ा आरक्षण को किसने लटकाया।
बिहार जदयू के अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राजद के वरिष्ठ नेता तेजस्वी प्रसाद यादव के बयान पर पलटवार किया और पूछा कि 75 फीसदी आरक्षण का श्रेय लेने से पहले तेजस्वी यादव को यह स्पष्ट करना चाहिए कि उनके माता-पिता के 15 साल के शासनकाल में इस 75 फीसदी आरक्षण को क्यों नहीं लागू किया गया था। तेजस्वी यादव को इस बात का ज्ञान भी होना चाहिए कि जिस अतिपिछड़ा के हिमायती होने का दंभ राजद हमेशा भरती रही है, उस अतिपिछड़ा समाज के लिए पहली बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने त्रिस्तरीय पंचायती राज एवं नगर निकाय चुनावों में आरक्षण देने का प्रावधान किया था।
"ज्ञान के अभाव में तथ्यहीन और आधारहीन बयान दे रहे तेजस्वी"
कुशवाहा ने कहा कि तेजस्वी यादव आज विशेष राज्य के दर्जे की बात करते हैं लेकिन वे यह बताना भूल जाते हैं कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार में उनके पिता लालू प्रसाद यादव कद्दावर मंत्री की भूमिका में थे तब उनकी ओर से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए क्या प्रयास किए गए थे। इस सवाल का जवाब भी बिहार की 14 करोड़ जनता जानने के लिए उत्सुक है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ज्ञान के अभाव में तथ्यहीन और आधारहीन बयान दे रहे हैं लेकिन उनके इस भ्रामक बयानबाजी से बिहार की जनता पर कोई असर नहीं होगा और आगामी लोकसभा चुनाव में पुन: राजद शून्य पर सिमटेगी।