Edited By Ramanjot, Updated: 18 Feb, 2021 05:29 PM
गोपालगंज जिले के ओपी क्षेत्र के सोहे गांव में गेंहू के खेत मे नवजात शिशु पड़ा मिला। इसी दौरान गेंहू की खेती कर रहे एक किसान की नजर पड़ी तो उसने अपनी पत्नी को बुलाया, जिसके बाद शिशु को सदर अस्पताल पहुंचाया गया।
जहानाबादः जाको राखे सइयां मार सके न कोई, इस कहावत को चरितार्थ करता हुआ मामला बिहार के जहानाबाद से सामने आया है। यहां एक कलयुगी मां ने अपने नवजात शिशु को गांव से दूर बधार में छोड़ उसके सर से ममता का आंचल खींच लिया। इसी दौरान गेंहू की खेती कर रहे एक किसान की नजर पड़ी तो उसने अपनी पत्नी को बुलाया, जिसके बाद शिशु को सदर अस्पताल पहुंचाया गया।
दरअसल, पूरा मामला कड़ौना ओपी क्षेत्र के सोहे गांव के बधार की है, जहां गेंहू के खेत मे नवजात शिशु पड़ा मिला। बताया जा रहा है कि सोहे गांव निवासी लक्षमण प्रसाद अपने खेत मे गेंहू पटा रहे थे तभी बच्चे के रोने की आवाज सुनी तो उन्होंने आनन फानन में अपनी पत्नी रीना देवी को बुलाया। रीना देवी ने कपड़े में लिपटे पड़े नवजात को गोद में उठाकर घर ले आई। जिसके बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना एसपी मीनू कुमारी को दी। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस शिशु की स्वस्थ्य जांच के लिए सदर अस्पताल ले गई।
अस्पताल में शिशु का इलाज कर रहे चिकित्सक डॉ चंद्रशेखर ने बताया कि बच्चे की हालत अभी बहुत अच्छी नही है। इधर पुलिस ने इसकी सूचना चाइल्ड हेल्पलाइन को दे दी। इस संबंध में कड़ौना ओपी प्रभारी अजीत कुमार ने बताया कि अगर कोई महिला किसी बच्चे की भरण-पोषण करना चाहती है तो चाइल्ड हेल्पलाइन में ऑनलाइन आवेदन करना होगा। लेकिन यह जरूरी नहीं कि जिस बच्चे को उस महिला के द्वारा भरण-पोषण के लिए लिया गया है वही बच्चा उसे मिलेगा। फिलहाल पुलिस के निगरानी में बच्चे का इलाज किया जा रहा है।