Edited By Ramanjot, Updated: 29 Sep, 2021 01:59 PM
वहीं पार्टी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को उपचुनाव में जीतने की खुली चुनौती देते हुए कहा कि राजद कभी भी उपचुनाव में नहीं हारी है। उन्होंने कहा कि 30 अक्टूबर को होने वाले दोनों सीटों के उपचुनाव में...
पटनाः बिहार विधानसभा की दो सीटों के लिए 30 अक्टूबर को होने वाले उपचुनाव के लिए तिथि की घोषणा होने के साथ ही राज्य में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मंगलवार को दावा किया कि उनकी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) उपचुनाव वाले दोनों ही विधानसभा सीट पर जीत दर्ज करेगी।
उपचुनाव में जीतने की खुली चुनौती
वहीं पार्टी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को उपचुनाव में जीतने की खुली चुनौती देते हुए कहा कि राजद कभी भी उपचुनाव में नहीं हारी है। उन्होंने कहा कि 30 अक्टूबर को होने वाले दोनों सीटों के उपचुनाव में महागठबंधन की जीत तय है। तिवारी ने जहां एक ओर विधानसभा उपचुनाव में दोनों सीटों पर जीतने का दावा किया वहीं चुनाव में पराजय के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफा दिए जाने की भी मांग कर दी।
नीतीश कुमार से अब बिहार नहीं चलने वाला
तिवारी ने आगे कहा कि राजद नेता एवं विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव जनता के बीच हैं और जनता उन्हें अपना नेतृत्वकर्ता मानती है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अब बिहार चलने वाला नहीं, वह बिल्कुल थक चुके हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार और उनकी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिलवा पाई।
राजद नीत महागठबंधन में कांग्रेस और राजद के बीच कुशेश्वरस्थान की सीट को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेस ने इस सीट पर अपनी दावेदारी पेश कर राजद की चिंता बढ़ा दी है। वहीं, राजद इस बार दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है लेकिन कांग्रेस ने वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव का हवाला देते हुए एक बार फिर से इस सीट पर अपनी दावेदारी जताई है। इस सीट से कांग्रेस के डॉ. अशोक राम चुनाव लड़ते रहे हैं।