Edited By Nitika, Updated: 09 May, 2024 12:16 PM
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की झारखंड इकाई ने बुधवार को 28 पृष्ठों का 'आरोप-पत्र' जारी किया, जिसमें राज्य में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व वाली सरकार के शासनकाल में कथित भ्रष्टाचार, बिगड़ती कानून व्यवस्था और ढहते बुनियादी ढांचे को उजागर...
रांचीः भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की झारखंड इकाई ने बुधवार को 28 पृष्ठों का 'आरोप-पत्र' जारी किया, जिसमें राज्य में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व वाली सरकार के शासनकाल में कथित भ्रष्टाचार, बिगड़ती कानून व्यवस्था और ढहते बुनियादी ढांचे को उजागर किया गया है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने यहां 'आरोप पत्र' जारी करते हुए कहा कि राज्य में झामुमो के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार के तहत भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया है। मरांडी ने आरोप लगाया, ‘‘राज्य की मौजूदा सरकार के संरक्षण में यहां भ्रष्टाचार का बोलबाला है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी में नोटों के बंडल बरामद हुए। सरकार पूरी तरह से भ्रष्टाचार में डूबी हुई है और भ्रष्टाचारियों को बचाती है। इसका मंत्र है भ्रष्टाचार बढ़ाना और भ्रष्टाचारियों को बचाना।''
वहीं भाजपा के इस 'आरोप-पत्र' में भ्रष्टाचार, कानून एवं व्यवस्था, तुष्टीकरण, धर्म परिवर्तन, संवैधानिक संस्थानों पर हमला, बुनियादी ढांचे की स्थिति और राज्य सरकार के कथित अधूरे वादों सहित विभिन्न विषयों का उल्लेख किया गया है। मरांडी ने प्रदेश की झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘सरकार जनता से किए वादे पूरे नहीं कर सकी। भाजपा शासनकाल में सड़क, बिजली, मेडिकल कॉलेज के लिए काम हुआ था।''
इस बीच, झारखंड मुक्ति मोर्चा ने दावा किया कि देश की जनता ने लोकसभा चुनाव के पहले तीन चरणों के मतदान में भाजपा को खारिज कर दिया है। झामुमो महासचिव एवं केंद्रीय प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘भाजपा बेकार की बातें कर रही है क्योंकि उसे लोकसभा चुनाव में हार का डर है। झारखंड में सभी 14 लोकसभा सीट ‘इंडिया' गठबंधन जीतने जा रहा है।''