Edited By Khushi, Updated: 18 Mar, 2024 12:03 PM
बिहार में TRE 3 के तहत परीक्षा का आयोजन किया गया था, लेकिन जांच में पता चला कि पेपर एक दिन पहले ही लीक हो गया था। आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) पेपर लीक करने वाले गिरोह तक भी पहुंच गई।
Hazaribagh: बिहार में TRE 3 के तहत परीक्षा का आयोजन किया गया था, लेकिन जांच में पता चला कि पेपर एक दिन पहले ही लीक हो गया था। आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) पेपर लीक करने वाले गिरोह तक भी पहुंच गई। जिन 270 अभ्यर्थियों को पेपर मुहैया कराया गया था उनकी गिरफ्तारी भी झारखंड से हो चुकी है। वहीं, जांच में पेपर लीक की पुष्टि होने के बाद अभ्यर्थी परीक्षा रद्द करके री-एग्जाम की मांग कर रहे हैं।
बताया जा रहा है कि जब छापा पड़ा तो सभी अभ्यर्थियों ने सबूत मिटाने का हर संभव प्रयास किया था। प्रश्न पत्र को बाथरूम में जाकर फ्लश कर दिया गया, लेकिन वहां से प्रश्नों को बरामद किया गया। इसके अलावा लैपटॉप में प्रश्न पत्र की कॉपियां मिली थी। लगभग 270 अभ्यर्थियों और गिरोह के सदस्यों से परीक्षा के संबंध में पूछताछ की गई। गिरोह के सदस्यों से पूछताछ के दौरान में बताया कि पेपर पेन ड्राईव में 14 मार्च को ही मिल गया था। छापेमारी के दौरान गिरोह के पास से मिले प्रश्न पत्र और बीपीएससी के प्रश्न पत्र का मिलान किया गया जो सही पाया गया।
बता दें कि झारखंड के हजारीबाग में 200 से ज्यादा छात्रों को लीक प्रश्न पत्र के आधार पर तैयारी कराई जा रही थी। हजारीबाग पुलिस को इसकी भनक लगी तो हज़ारीबाग में कटकमसांडी पेलावल थाना अंतर्गत कोहिनूर होटल में लगभग 200 से अधिक विद्यार्थियों को रोका। ये सभी छात्र बिहार में आयोजित परीक्षा में हिस्सा लेने के लिए जा रहे थे। हजारीबाग के होटल में रहकर छात्र तैयारी कर रहे थे।