Edited By Khushi, Updated: 23 Jan, 2025 05:20 PM
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस को उनकी 128 वीं जयंती पर नमन किया और उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि महान क्रांतिकारी और पराक्रमी नेताजी ने देश की आजादी की लड़ाई को नई ताकत दी थी।
रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस को उनकी 128 वीं जयंती पर नमन किया और उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि महान क्रांतिकारी और पराक्रमी नेताजी ने देश की आजादी की लड़ाई को नई ताकत दी थी।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आगे कहा कि झारखंड से नेताजी का गहरा रिश्ता रहा है और यहां के कई इलाकों से उनकी यादें जुड़ी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नेताजी के विचार और आदर्श आज भी लोगों के आत्मविश्वास और ताकत को बढ़ाने का कार्य कर रही हैं। वहीं, बता दें कि द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अंग्रेजों के खिलाफ गठबंधन बनाने के लिए भारतीय राष्ट्रीय सेना की स्थापना और नेतृत्व करने से लेकर, नेताजी आधुनिक भारतीय राज्य की नींव रखने वाले प्रमुख व्यक्तियों में से थे। आज सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती है।
23 जनवरी 1897 को ओडिशा के कटक में जन्मे सुभाष चंद्र बोस जानकीनाथ बोस और प्रभावती देवी की नौवीं संतान थे। बड़े होकर, वे एक होनहार छात्र थे, जिन्होंने कलकत्ता (आज कोलकाता के रूप में जाना जाता है) के प्रेसीडेंसी कॉलेज से दर्शनशास्त्र में बीए पूरा किया। उनके पिता ने उन्हें सिविल सेवा परीक्षा में बैठने के लिए इंग्लैंड भी भेजा। उन्होंने अंग्रेजी में सबसे अधिक अंक प्राप्त किए और कुल मिलाकर चौथा स्थान प्राप्त किया। 1921 में उन्होंने भारतीय सिविल सेवा से इस्तीफा दे दिया और भारत लौट आए। अधिकारियों के साथ उनके लगातार टकराव ने उन्हें भारत में तत्कालीन ब्रिटिश सरकार द्वारा विद्रोही के रूप में बदनाम कर दिया।