Edited By Nitika, Updated: 28 Jul, 2020 01:49 PM
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पूर्व ओएसडी (विशेष कार्य पदाधिकारी) गोपाल जी तिवारी की मुश्किलें बढ़ गई है। उनके खिलाफ हेमंत सोरेन ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में जांच के आदेश दिए।
रांचीः झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पूर्व ओएसडी (विशेष कार्य पदाधिकारी) गोपाल जी तिवारी की मुश्किलें बढ़ गई है। उनके खिलाफ हेमंत सोरेन ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में जांच के आदेश दिए।
अधिवक्ता राजीव कुमार ने सीएम के पूर्व ओएसडी पर आरो लगाया है। इसी के चलते सोमवार को गोपाल जी तिवारी के खिलाफ पद का दुरुपयोग कर गलत तरीके से पैसे कमाने और आय से अधिक संपत्ति के मामले में एसीबी (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) ने प्रारंभिक जांच दर्ज कर ली है।
वहीं सीएम के पूर्व ओएसडी पर लगभग 21.55 करोड़ रुपए के निवेश करने का आरोप लगा है। साथ ही अशोक नगर में मेसर्स किंग्सले डेवलपर नामक कंपनी में गोपाल जी तिवारी के बेटे निलभ भी पार्टनर हैं। इस कंपनी ने 9.5 करोड़ रुपए की लागत से 136 डिसमिल जमीन खरीदी है। इसके अतिरिक्त गुरुग्राम में 12.5 करोड़ की लागत से एक फ्लैट खरीदी। गुरुग्राम के शोभा इंटरनेशनल सिटी में बेटे के नाम पर फ्लैट है।
बता दें कि मुख्यमंत्री ने अधिवक्ता की शिकायत पर 24 जुलाई को एसीबी जांच का आदेश दिया था। यह पहला मामला है जब मुख्यमंत्री ने अपने ही विशेष कार्य पदाधिकारी के खिलाफ एसीबी से जांच का आदेश दिया है।