Edited By Diksha kanojia, Updated: 07 May, 2022 05:30 PM
‘श्रीलंका की इस प्रकार की स्थिति क्यों उत्पन्न हुई, साथ ही इससे भारत को क्या सबक लेनी चाहिए''इस गंभीर विषय पर एक्सएलआरआइ जमशेदपुर में एक्सपीजीडीएम डिपाटर्मेंट की ओर से एक पैनल डिस्कशन का आयोजन किया गया।
रांचीः श्रीलंका वित्तीय और राजनीतिक संकट से जूझ रहा है। साल 1948 में स्वतंत्रता मिलने के बाद से इस वक्त सबसे खराब आर्थिक स्थिति का सामना कर रहे इस देश में महंगाई के कारण बुनियादी चीजों की कीमतें आसमान छू रही हैं।
‘श्रीलंका की इस प्रकार की स्थिति क्यों उत्पन्न हुई, साथ ही इससे भारत को क्या सबक लेनी चाहिए'इस गंभीर विषय पर एक्सएलआरआइ जमशेदपुर में एक्सपीजीडीएम डिपाटर्मेंट की ओर से एक पैनल डिस्कशन का आयोजन किया गया।
इसमें पैनलिस्ट सदस्यों में राहुल बाजोरिया (एमडी बाकर्लेज कॉरपोरेट एंड इन्वेस्टमेंट बैंक), अंकुर शुक्ला (दक्षिण एशिया अर्थशास्त्री, ब्लूमबर्ग एलपी) आयुषी चौधरी (भारत और श्रीलंका अर्थशास्त्री, एचएसबीसी) और एक्सएलआरआइ के प्रोफेसर सह अर्थशास्त्री प्रो. एचके प्रधान शामिल थे। कार्यक्रम की शुरुआत एक्सएलआरआइ के प्रोफेसर अब्दुल कादिर के उद्घाटन भाषण से हुई।