Edited By Ramanjot, Updated: 29 Apr, 2024 10:52 AM
भट्टाचार्य ने आज कोडरमा संसदीय क्षेत्र के तिलैया के शिव वाटिका सभागार में अयोजित जिला स्तरीय बूथ कार्यकर्ता कन्वेंशन को संबोधित करते हुए कहा कि जबतक हाथ में जीत का सर्टिफिकेट नहीं मिल जाएगा तब तक लड़ना होगा नहीं तो सूरत और चंडीगढ़ के उदाहरण हमारे...
रांचीः भाकपा माले के राष्ट्रिय महासचीव दीपांकर भट्टाचार्य (Dipankar Bhattacharya) ने कहा कि हिंदुस्तान अभी तक के सबसे कठिनतम चुनावी दौर में है और बाबा साहब अम्बेडकर ने जिस जद्दोजहद और मेहनत से देश का संविधान बनाया आज उसी संविधान को बचाने के लिए जद्दोजहद करने की जरुरत है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस देश की आधी आबादी, मजदूर और किसानों का एक एक वोट इंडिया गठबंधन को मिले, हर बूथ में इंडिया गठबन्धन की एकता दिखे तभी इंडिया जीतेगा।
"झारखंड और बिहार की जनता के कंधों पर बड़ी जिम्मेदार"
भट्टाचार्य ने आज कोडरमा संसदीय क्षेत्र के तिलैया के शिव वाटिका सभागार में अयोजित जिला स्तरीय बूथ कार्यकर्ता कन्वेंशन को संबोधित करते हुए कहा कि जबतक हाथ में जीत का सर्टिफिकेट नहीं मिल जाएगा तब तक लड़ना होगा नहीं तो सूरत और चंडीगढ़ के उदाहरण हमारे सामने है। उन्होंने कहा कि अभी तक देश के भीतर तमिलनाडु ऐसा राज्य है जहां आज तक मोदी लहर में भी भाजपा खाता नहीं खुला है और इस बार भी नहीं खुलेगा। झारखंड और बिहार की जनता के कंधों पर बड़ी जिम्मेदार है। इस बार देश के संविधान के साथ साथ लोकतंत्र और साझी विरासत को बचाना है। विल्किस बनो के बलात्कारियों को संस्कारिक कहकर छोड़ा गया है। संविधान को बदलने की बात कुछ नेताओं के निजी वक्तव्य नहीं है। यही भाजपा का असली एजेंडा है।
"सामाजिक समरसता को बिगाड़ने की कोशिश की जा रही"
दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि हमारे खानपान, रीति रिवाज, पहनावे का मुद्दा बनाकर सामाजिक समरसता को बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। बिना लड़े अधिकार मिलता नहीं है बिना लड़े आधिकारों की रक्षा भी सम्भव नहीं है। मोदी जी ने दस साल में आर्थिक विषमता को बढ़ाया है। एक प्रतिशत के पास देश का 40 प्रतिशत संपति जमा है, फूड सेफ्टी भी देश की जनता का हासिल नहीं है। इस देश की आधी आबादी ,मजदूर और किसानों का एक एक वोट इंडिया गठबंधन को मिले हर बूथ में इंडिया गठबंधन की एकता दिखे तभी इंडिया जीतेगा।