Edited By Harman, Updated: 19 Aug, 2025 03:13 PM

झारखंड के खूंटी-तोरपा-कोलेबिरा मार्ग पर पेलौल गांव के समीप बनई नदी पर बना पुल के टूटे मंगलवार को पूरे दो महीने हो गए, लेकिन अबतक न तो डाईवर्सन बना।और न ही नए पुल का निर्माण कार्य शुरू हो सका और इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने केक काटकर विरोध जताया। पिछले...
Jharkhand News: झारखंड के खूंटी-तोरपा-कोलेबिरा मार्ग पर पेलौल गांव के समीप बनई नदी पर बना पुल के टूटे मंगलवार को पूरे दो महीने हो गए, लेकिन अबतक न तो डाईवर्सन बना।और न ही नए पुल का निर्माण कार्य शुरू हो सका और इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने केक काटकर विरोध जताया। पिछले 19 जून 2025 को पुल ध्वस्त होने के बाद से ग्रामीण लगातार परेशान हैं। इसलिए अब केक काटकर विरोध जताया है।
पुल टूटने से आवाजाही बाधित, दो महीने से ग्रामीण परेशान
ग्रामीणों ने कहा कि आंदोलन करने पर मुकदमे का डर रहता है, इसलिए इस बार उन्होंने विरोध का नया तरीका अपनाया। पुल टूटने के बाद से किसान, स्कूली बच्चे, गर्भवती महिलाएं, मरीज, व्यापारी और वाहन चालक सभी मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। स्कूली बच्चों के लिए नदी पार करना चुनौती बन गया है, वहीं गर्भवती महिलाओं और आपात स्थिति के मरीजों को समय पर अस्पताल पहुंचाना बेहद कठिन हो गया है। किसानों को खाद-बीज और अपनी उपज ढोने में समस्या हो रही है, जबकि दुकानदारों और व्यापारियों की रोजी-रोटी पर संकट गहराता जा रहा है।
ग्रामीणों ने दी चेतावनी
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द विभाग की ओर से डाईवर्सन का काम शुरू नहीं हुआ, तो वे खुद श्रमदान कर सीमेंट की बोरियों से नदी पर अस्थायी रास्ता तैयार करेंगे। उनका कहना है कि रोजमर्रा की समस्याओं से अब जीना मुहाल हो चुका है, लेकिन प्रशासन और शासन पूरी तरह खामोश है। केक काटकर विरोध जतानेवालों में बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।