Edited By Diksha kanojia, Updated: 05 Aug, 2020 04:14 PM
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूमि पूजन किया। इस बात की खबर सुनते ही धनबाद जिला की रहने वाली सरस्वती देवी का चेहरा खिल उठा है, इस खुशी में उनके तप भी शामिल हैं।
धनबादः अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूमि पूजन किया। इस बात की खबर सुनते ही धनबाद जिला की रहने वाली सरस्वती देवी का चेहरा खिल उठा है, इस खुशी में उनके तप भी शामिल हैं।
दरअसल, धनबाद जिले की सरस्वती देवी ने तीन दशक पूर्व प्रण लिया था कि जब तक अयोध्या में राम मंदिर निर्माण नहीं हो जाता तब तक वह मौन व्रत धारण करेंगी। इस दौरान वह अपने व्रत को लेकर प्रतिबद्ध रहीं जिसके चलते उनके परिवार के सदस्य उनकी आवाज सुनने के लिए लालायित रहे। 5 अगस्त को मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन होते ही सरस्वती देवी ने खुशी का इजहार किया।
मौन व्रत के दौरान चारों धामों में लगाई हाजरी
सरस्वती देवी के पुत्र ने बताया कि मौन व्रत के दौरान उनकी माता ने चारों धाम की यात्रा की। साथ ही उन्होंने अयोध्या, काशी, मथुरा, तिरुपति बालाजी, सोमनाथ मंदिर, बाबा बैजनाथ धाम, आदि का भी भ्रमण किया। पुत्र ने आगे बताया कि राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन की खबर सुन कर जहां घर के सभी लोग उत्सव मनाने की तैयारी में हैं वहीं सरस्वती देवी ने भी इशारो में अपनी खुशी का इजहार कर रहीं हैं।
सरस्वती देवी के पुत्र ने यह भी बताया कि राम मंदिर के भूमि पूजन की खबर सुनते ही मां खुशी से झूमने लगीं। तब हम लोगों ने कहा कि मां अब मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया जा रहा है अब तो मौन व्रत को तोड़ दीजिए लेकिन मां ने कहा कि जब तक रामलला के मंदिर में जाकर पूजा नहीं करूंगी तब तक मौन व्रत को नहीं तोडूंगी।