Edited By Khushi, Updated: 23 Aug, 2024 10:40 AM
आजसू के सभी सचिवों, विधानसभा प्रभारी, जिलाध्यक्ष छात्र इकाई और युवा संगठन के पदाधिकारियों की एक संयुक्त बैठक आगामी कार्यक्रमों को लेकर आजसू प्रदेश कार्यालय में हुई। बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने कहा कि टीका जो...
रांची: आजसू के सभी सचिवों, विधानसभा प्रभारी, जिलाध्यक्ष छात्र इकाई और युवा संगठन के पदाधिकारियों की एक संयुक्त बैठक आगामी कार्यक्रमों को लेकर आजसू प्रदेश कार्यालय में हुई। बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने कहा कि टीका जो निर्धारित कार्यक्रम चल रहा था उसमें पार्टी के द्वारा थोड़ा फेरबदल किया गया है।
सुदेश महतो ने कहा कि 8 नव निर्माण संकल्प सभा करेगी जिसके द्वारा पार्टी की प्रदेश के युवाओं का डाटा और युवाओं को लेकर जो पार्टी की चिंता और चिंतन है उसको रखने का काम करेगी। इसके तहत पार्टी का चूल्हा प्रमुख की बैठक और शपथ ग्रहण के साथ-साथ अब युवा मोर्चा के कार्यक्रम में कुछ परिवर्तन लाते हुए पार्टी ने तय किया है। प्रदेश के युवाओं के मुद्दे पर पूरे राज्य भर के युवाओं का डाटा ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से तैयार कर इसे राज्य के मुखिया को सौपेगी। यह डाटा कलेक्शन का काम 24 अगस्त से प्रारंभ होकर 8 सितंबर को डाटा के साथ रांची में पूरा युवा संगठन इकट्ठा होगा और ये डाटा सरकार और सरकार के मुखिया को उपलब्ध कराया जाएगा। ताकि शायद सरकार विचार करे कि जो वादे युवाओं से किये थे वो पूरा करने की कोशिश हो।
सुदेश महतो ने कहा कि 26 तारीख से 4 सितंबर तक आजसू का जन जागरण अभियान शुरू होगा जो कि कई चरणों में हो सकता है। इसके तहत प्रत्येक दिन 5 पंचायतों में उस क्षेत्र के प्रतिनिधि अपने समर्थकों के साथ 10 सभा व 10 किमी की पदयात्रा करेंगे। वहीं 9 सितंबर से आजसू प्रमुख खुद प्रदेश के हर विधानसभा क्षेत्र में पदयात्रा पर करेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन के द्वारा अपनि अलग पार्टी बनाने की घोषणा को लेकर पूछे गए सवाल पर महतो ने कहा कि जो वेदना उन्होंने चिट्ठी में जाहिर की है हम उसी को देख रहे हैं और उसमें उन्होंने तीन विकल्प बताएं थे। उसी में से एक विकल्प पर आगे बढ़ेंगे। वहीं भाजपा द्वारा चम्पाई सोरेन मझधार में छोड़े जाने को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि ये बातें आप झामुमो के बारे में क्यों नही पूछते हैं। वह आज भी झारखंड मुक्ति मोर्चा के मंत्री हैं। वह आज भी झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक है तो यह जवाब झारखंड मुक्ति मोर्चा से मांगिये कि आपके विधायक का बागी तेवर क्यों है। मैं उनका सम्मान करता हूं कि झारखंड आंदोलन के दौरान उनके साथ बिताया हुआ क्षण वही उनके लिए मेरा आदर बड़ा करता है।