Edited By Khushi, Updated: 15 Apr, 2024 05:38 PM
झारखंड में एनडीए ने 14 लोकसभा सीट के लिए प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है, लेकिन महागठबंधन में कई सीटों को लेकर पिक्चर अभी भी क्लियर नहीं है। इन 14 लोकसभा सीटों में रांची भी एक हॉट सीट बना हुआ है।
Ranchi (आशुतोष सिन्हा): झारखंड में एनडीए ने 14 लोकसभा सीट के लिए प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है, लेकिन महागठबंधन में कई सीटों को लेकर पिक्चर अभी भी क्लियर नहीं है। इन 14 लोकसभा सीटों में रांची भी एक हॉट सीट बना हुआ है। बीजेपी की ओर से संजय सेठ को फिर से प्रत्याशी बनाया गया है, लेकिन महागठबंधन खेमे में कांग्रेस को गई यह सीट पर एक अनार सौ बीमार वाली कहानी है जो नाम प्रमुख तौर पर चर्चा में चल रहा है वह सुबोध कांत सहाय, रामटहल चौधरी, बन्ना गुप्ता हैं, लेकिन रामटहल चौधरी को लेकर यह कहा जा रहा है कि चाचा को कांग्रेस टहला रही है। उन्हें टिकट नहीं मिलने जा रहा।
बता दें कि बीते दिनों रामटहल चौधरी ने राष्ट्रीय कांग्रेस के मीडिया कम्युनिकेशन विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा, पार्टी के झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, विधानसभा में कांग्रेस के नेता आलमगीर आलम और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय की उपस्थिति में दिल्ली में पार्टी की सदस्यता ली थी। रामटहल चौधरी ने वर्ष 2019 में भाजपा का टिकट न मिलने के बाद पार्टी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ा था। हालांकि उन्हें मात्र 29,597 मत हासिल हुए थे और उनकी जमानत जब्त हो गई थी। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस की विचारधारा से प्रभावित होकर पार्टी में आए हैं।
उल्लेखनीय है कि रांची लोकसभा सीट से इस बार फिर से पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय को उम्मीदवार बनाए जाने की चर्चा थी, लेकिन अब उनकी जगह रामटहल चौधरी पर भी 'इंडिया' गठबंधन दांव खेल सकती है ऐसी संभावना जताई जा रही है। बता दें कि पिछली दोनों लोकसभा चुनाव 2014 और 2019 के चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर रांची लोकसभा सीट से सुबोध कांत सहाय चुनाव लड़े थे, लेकिन दोनों बार इनको हार का सामना करना पड़ा। तीसरी बार भी इनके टिकट मिलने के कयास लगाए जा रहे थे। हालांकि अब रामटल चौधरी के आने के बाद माना जा रहा है कि सुबोधकांत सहाय का टिकट कट सकता है। इसकी गुंजाइश अभी कम दिखाई दे रही है। बहरहाल ये देखने वाली बात होगी कि कांग्रेस अपने पुराने कार्यकर्ता पर भरोसा जताती है या दल बदलुओं पर।