Edited By Nitika, Updated: 01 Jan, 2021 11:28 AM
झारखंड में भाजपा ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जान से मारने की धमकी के मामले का साढ़े 5 महीने बाद भी खुलासा नहीं हो पाना सरकार की विफलता को उजागर करता है।
रांचीः झारखंड में भाजपा ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जान से मारने की धमकी के मामले का साढ़े 5 महीने बाद भी खुलासा नहीं हो पाना सरकार की विफलता को उजागर करता है।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि इस साल के अंत में भी मुख्यमंत्री की हत्या की धमकी के मामले का खुलासा नहीं हो पाना पुलिस और प्रशासनिक तंत्र पर प्रश्नचिन्ह खड़े करता है। उन्होंने कहा कि 2 ईमेल के जरिए 08 और 17 जुलाई 2020 को मुख्यमंत्री सोरेन, उनके परिजनों और करीबी अधिकारियों की हत्या की धमकी दी गई थी। रांची के साइबर थाना में मामला दर्ज करवाया गया था और उसके बाद मामला अपराध अनुसंधान शाखा (सीआईडी) को सौंप दिया गया था।
वहीं प्रतुल शाहदेव ने कहा की दोनों ईमेल का सर्वर जर्मनी और स्विट्जरलैंड था। अब लगभग साढे पांच महीने के बाद सीआईडी ने जर्मनी और स्विट्जरलैंड को अनुरोध पत्र भेजने के लिए अदालत से आग्रह करने का फैसला किया है। जब मुख्यमंत्री की हत्या की धमकी के मामले में अनुसंधान इतनी धीमी गति से चल रहा हो और 5 महीने से अधिक समय के बाद भी उछ्वेदन नहीं हो पाया हो तो राज्य में आम लोगों की स्थिति का अंदाज लगाया जा सकता है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा की पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी जो भी दावा करें लेकिन राज्य में अराजकता का माहौल कायम है। उन्होंने कहा कि पुलिस के जवान बीहड़ इलाकों में विषम परिस्थितियों में आज भी नक्सलियों से लोहा ले रहे हैं लेकिन सरकार के स्तर पर अनिश्चितता की स्थिति और ठोस निर्णय न लिए जाने के कारण इनका भी मनोबल गिर सकता है।