Edited By Swati Sharma, Updated: 05 May, 2024 11:20 AM
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव (Lalu Yadav) ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा है कि मोदी सरकार अगर फिर से आएगी तो आरक्षण और संविधान को खत्म कर दिया जाएगा। वहीं, लालू के पोस्ट पर लोक जनशक्ति पार्टी-रामविलास (लोजपा-आर) के...
पटना(अभिषेक कुमार सिंह): बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव (Lalu Yadav) ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा है कि मोदी सरकार अगर फिर से आएगी तो आरक्षण और संविधान को खत्म कर दिया जाएगा। वहीं, लालू के पोस्ट पर लोक जनशक्ति पार्टी-रामविलास (लोजपा-आर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि एक ही बात को कितनी बार बोलेंगे। काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती है। कितनी बार इसी बात का डर दिखाया जाएगा।
'संपत्ति हड़पना चाहती है कांग्रेस
चिराग पासवान ने कहा कि आज 10 साल से मेरे प्रधानमंत्री देश के प्रधानमंत्री हैं। इन 10 सालों में बताइए कौन से संविधान को खतरा आ गया? कौन से आरक्षण को खतरा आ गया? कौन से लोकतंत्र पर खतरा आ गया? कांग्रेस की गोद में जो लोग बैठे हैं, यह लोग अपना जवाब क्यों नहीं देते? क्या वह कांग्रेस नहीं है, जिसने आपातकाल लगाने का काम किया था और जो लोग अपने आप को जेपी का अनुयायी कहते हैं... कहा गया जेपी का नारा। उन्होंने संपूर्ण क्रांति का नारा इसी कांग्रेस की सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकने के लिए दिया था। आज उन्हीं के साथ गठबंधन में रहकर यह लोग बड़ी-बड़ी बातें करते हैं। हकीकत यह है कि कांग्रेस संपत्ति हड़पना चाहती है। जो टैक्स लगाने की बात की जा रही है क्या है यह विरासत टैक्स? गरीब मजदूरों की संपत्ति को महिलाओं की संपत्ति को गहना जेवर जो रखा करते हैं, इसको यह हड़पना चाहते हैं। यही उनकी परंपरा रही है।
'अब यह विधिवत तरीके से जमीन को हथियाना चाहते हैं'
लोजपा अध्यक्ष ने कहा कि अब यह विधिवत तरीके से जमीन को हथियाना चाहते हैं। अब यह सारी बातें जनता के बीच नहीं आए, इसलिए यह आरक्षण, संविधान और लोकतंत्र की बातें करते हैं। तीन बार मेरे प्रधानमंत्री गुजरात के मुख्यमंत्री रहे हैं। कौन से आरक्षण को समाप्त कर दिया? ऐसे में जब ये लोग ऐसी बातें करते हैं वो असली मुद्दों से जनता को हटाना चाहते हैं और यह अपनी जात-पात की राजनीति को जनता पर थोपना चाहते है। अनंत सिंह की पेरोल पर चिराग ने कहा कि कानूनी प्रक्रिया है। जब भी ये लोग इस तरह के सवाल उठाते है तो चौथे स्तम्भ न्यायपालिका को नकारते है और उसपर सवाल खड़े करते हैं।