Edited By Khushi, Updated: 12 May, 2024 05:19 PM
झारखंड में लोकसभा के चौथे चरण में 13 मई को होने वाले मतदान के दौरान सैकड़ों बूथों की जिम्मेदारी महिला निर्वाचनकर्मी संभालेंगी। आंकड़ों के मुताबिक इसमें सबसे ज्यादा खूंटी में महिला निर्वाचनकर्मी मतदान की जिम्मेदारी संभालते नजर आएंगी।
Ranchi: झारखंड में लोकसभा के चौथे चरण में 13 मई को होने वाले मतदान के दौरान सैकड़ों बूथों की जिम्मेदारी महिला निर्वाचनकर्मी संभालेंगी। आंकड़ों के मुताबिक इसमें सबसे ज्यादा खूंटी में महिला निर्वाचनकर्मी मतदान की जिम्मेदारी संभालते नजर आएंगी। चुनाव आयोग से मिली जानकारी के मुताबिक झारखंड के पहले चरण में सिंहभूम, खूंटी, लोहरदगा और पलामू में होने वाले मतदान के लिए 519 ऐसे मतदान केंद्र बनाए गए हैं जिसकी जिम्मेदारी महिला निर्वाचन कर्मियों पर होगी।
महिलाओं के अलावा इस बार के चुनाव में शारीरिक- मानसिक रूप से निशक्त निर्वाचन कर्मी भी बूथों पर मतदान की जिम्मेदारी संभालेंगे। चुनाव आयोग ने पहले चरण में 14 ऐसे मतदान केंद्र बनाए हैं, जहां सभी निर्वाचन कर्मी निशक्त होंगे। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार के अनुसार पहले चरण के चुनाव में 9874 वीवीपैट, 9114 सीयू और 9114 बीयू का इस्तेमाल होगा। मीडियाकर्मियों को जानकारी देते हुए सीईओ ने कहा कि सुबह 7 बजे से मतदान शुरू होने के बाद उसके ढाई घंटे बाद 9:30 बजे ऐप पर प्रथम 2 घंटे पहले तक का मतदान की अनुमानित स्थिति सार्वजनिक की जाएगी। वहीं उसके बाद हर 2 घंटे के अंतराल पर शाम 7 बजे तक मतदान प्रतिशत जारी किया जाएगा।
निर्वाचन पदाधिकारी के मुताबिक खूंटी में जिला प्रशासन ने एक यूनिक बूथ बनाया है जहां मतदानकर्मी जनजातीय लुक में नजर आएंगे। सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। खूंटी जिले में 148 क्रिटिकल बूथ हैं, जिसमे अंदर और बाहर से वेब कास्टिंग की पूर्ण व्यवस्था बहाल की गई है। दिव्यांग मतदाताओं के लिए व्हील चेयर की भी व्यवस्था की गई है। दृष्टिहीन मतदाताओं के लिए एक सहयोगी की भी व्यवस्था की गई है, साथ ही दृष्टिहीन मतदाताओं के लिए ब्रेल बैलेट की अतिरिक्त व्यवस्था की गई है। खूंटी जिले के सुदूरवर्ती इलाकों में आदिम जाति वाले मतदान केंद्रों में उनकी सुविधा के लिए वाहन की व्यवस्था की गई है। वहीं, सिंहभूम के नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षित तरीके से मतदान संपन्न कराने की तैयारी पूरी कर ली गई है। पोलिंग पार्टियों को हेलीकॉप्टर के जरिए बूथों पर पहुंचाए जाने का काम शनिवार से शुरू कर दिया गया है।