Edited By Khushi, Updated: 09 Sep, 2024 05:12 PM
गिरिडीह के गांडेय में आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम हेमंत ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। सीएम हेमंत ने कहा कि अभी 2-4 महीने के बाद चुनाव होने का घंटी बजने वाली है। इसलिए आज-कल पूरे राज्य में राजनीतिक गिद्ध...
गिरिडीह: गिरिडीह के गांडेय में आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम हेमंत ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। सीएम हेमंत ने कहा कि अभी 2-4 महीने के बाद चुनाव होने का घंटी बजने वाली है। इसलिए आज-कल पूरे राज्य में राजनीतिक गिद्ध मंडराने लगा है।
"हमारी सरकार रांची से नहीं बल्कि गांव से चलती है"
सीएम हेमंत ने बिना नाम लिए पीएम मोदी के झारखंड दौरे पर कहा कि अभी छोटा-छोटा गिद्ध आ रहा है। कुछ दिन बाद बड़ा-बड़ा गिद्ध नजर आएगा और आपके बीच में खाना परोसेगा, झूठ का आश्वासन देगा और आपको दिग्भ्रमित करेगा। कोई जात के नाम पर, कोई धर्म के नाम पर, कोई अगड़ा पिछड़ा के नाम पर। सीएम हेमंत ने कहा कि ये लोग आपको दिग्भ्रमित करेगा, चुनाव में वोट मांगेगा। इसलिए आप लोग सावधान रहिएगा। सीएम हेमंत ने कहा कि राज्य सरकार व्यापारियों की सरकार नहीं है। ये सरकार झारखंडियों की मूलवासियों की सरकार है क्योंकि ये सरकार रांची से नहीं बल्कि गांव से चलती है। सरकार बनने के बाद कई चुनौतियों से लड़ने के बाद भी हमने लगातार यहां के मूलवासी, यहां के आदिवासी, दलित पिछड़ा, अल्पसंख्यक सभी के लिए हम लोग काम करते हैं। चाहे वह किसान हो, छात्र हो, महिला हो पुरुष हो।
"मंईया योजना का लाभ लेने के लिए आपको किसी दलाल के पास नहीं जाना पड़ा"
सीएम हेमंत ने कहा कि पहले पेंशन के लिए बूढ़ा-बुजुर्ग को कितना चक्कर लगाना चाहता था। वो चक्कर इसलिए लगाना पड़ता था क्योंकि हमारे विरोधी लोगों ने ऐसा कानून बना दिया था कि गांव में अगर 50 लोग है तो मात्र 5 लोगों को पेंशन कार्ड बनेगा। हमने ऐसा कानून बना दिया कि इस राज्य में जो भी बूढ़ा बुजुर्ग होगा सबको पेंशन मिलेगा। आज स्थिति ये है कि आप ढिबरी लगाकर भी खोजेंगे तो एक भी ऐसा बूढ़ा-बुजुर्ग नहीं मिलेगा जिसको पेंशन नहीं मिलता है। सीएम ने कहा कि मंईया सम्मान योजना को ही देख लीजिए। इस योजना का लाभ लेने के लिए आपको किसी दलाल के पास नहीं जाना पड़ा। बल्कि आपके पंचायत आपके गांव में आवेदन लेकर आपके खाते में पैसा भेजा गया। नहीं तो एक हजार हो या एक रुपया हो कितनी दिक्कतें गरीबों को होती थी। आज गांव में पंचायत में, टोला में ऐसे शिविर लगकर आपकी समस्या का समाधान हो रहा है। किसानों का ऋण माफी हो रहा है। गरीबों का बिजली माफ हो रहा है। बच्चों को पढ़ने लिखने के लिए अच्छे स्कूल बन रहे हैं। अगर हम योजनाओं के अंदर जाएंगे तो बहुत समय लग जाएगा उसको बताने में। हमारे कार्यकर्ता आपको सब बताते रहते हैं। हम तो देखने आते हैं कि सरकारी मुलाजिम आपके लिए काम करता है कि नहीं। क्योंकि हम अपने सरकारी मुलाजिम के लिए बहुत काम कर रहे हैं।