Edited By Khushi, Updated: 22 Jan, 2024 10:59 AM

झारखंड के जमशेदपुर जिले के गोलमुरी में बिड़ला मंदिर श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर परिसर में 18000 वर्ग फीट में भगवान श्रीराम के नाम की रंगोली बनाई गई है।
Jamshedpur: अयोध्या (Ayodhya) में 22 जनवरी (आज) होने वाले रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर हर तरफ धूम है। अयोध्या नगरी सजकर तैयार है, वो ऐतिहासिक क्षण नजदीक आ गया जिसकी लंबे समय से प्रतीक्षा की जा रही थी। पूरा देश राम मय हो गया है। वहीं, झारखंड के जमशेदपुर जिले के गोलमुरी में बिड़ला मंदिर श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर परिसर में 18000 वर्ग फीट में भगवान श्रीराम के नाम की रंगोली बनाई गई है।

यह विश्व की सबसे बड़ी रंगोली है
रंगोली कलाकर विवेक मिश्रा ने श्रीराम की भव्य व आकर्षक रंगोली बनाई है। यह विश्व की सबसे बड़ी रंगोली है। शहर में रंगोली को लेकर काफी उत्साह है। वहीं, आज शहर के श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में भगवान श्री राम की अस्थायी मूर्ति की स्थापना भी होनी है। रंगोली बनाने वाले विवेक मिश्रा ने बताया कि श्रीराम की रंगोली बनाने में 2.5 टन रंगोली का इस्तेमाल किया गया। इसमें 10 से अधिक रंगों का प्रयोग किया गया है। विवेक ने बताया कि उन्होंने इस रंगाली बनाने का काम 5 जनवरी से शुरू किया है। उन्होंने कहा कि इस रंगोली को बनाने में हर दिन 10 घंटे खर्च किया। उन्होंने बताया कि उन्होंने रंगोली बनाने की ट्रेनिंग कहीं से नहीं ली है। इससे पहले उन्होंने दिवाली के दौरान बिस्टुपुर स्थित राम मंदिर में भी इस तरह की रंगोली बनाई थी।
बता दें कि मंदिर नगरी अयोध्या नवनिर्मित राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए पूरी तरह तैयार है और इस बहु-प्रतीक्षित समारोह के धार्मिक अनुष्ठानों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शामिल होंगे। भगवान राम के बाल रूप रामलला की मूर्ति की ‘प्राण प्रतिष्ठा' में देश के प्रमुख आध्यात्मिक और धार्मिक संप्रदायों के प्रतिनिधियों, विभिन्न आदिवासी समुदायों के प्रतिनिधियों सहित सभी क्षेत्रों के प्रमुख लोग शामिल होंगे। प्राण प्रतिष्ठा समारोह दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर शुरू होगा और मंदिर निर्माण ट्रस्ट के अनुसार इसके दोपहर एक बजे तक सम्पन्न होने की उम्मीद है। इसके बाद प्रधानमंत्री एक सभा को संबोधित करेंगे। राम मंदिर का निर्माण और प्रबंधन कर रहे श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के एक सदस्य ने बताया, ‘‘प्रधानमंत्री मंदिर निर्माण से जुड़े 'श्रमजीवियों' के साथ भी बातचीत करेंगे।''