Edited By Ramanjot, Updated: 21 May, 2024 02:42 PM
राज्य की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने बताया कि चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य विभाग द्वारा जगह-जगह पर स्वास्थ्य जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से 50 वर्ष से अधिक आयु के यात्रियों की स्वास्थ्य जांच अनिवार्य रूप से की जाएगी।...
देहरादून: चारधाम यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य कारणों से हो रही मौतों से चिंतित उत्तराखंड सरकार ने 50 वर्ष से अधिक आयु के यात्रियों की स्वास्थ्य जांच को अनिवार्य कर दिया है। दस मई को चारधाम यात्रा की शुरूआत होने के बाद से अब तक 20 से अधिक यात्रियों की स्वास्थ्य संबंधी कारणों से मौत हो चुकी है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जगह-जगह पर होगी स्वास्थ्य जांच
राज्य की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने बताया कि चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य विभाग द्वारा जगह-जगह पर स्वास्थ्य जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से 50 वर्ष से अधिक आयु के यात्रियों की स्वास्थ्य जांच अनिवार्य रूप से की जाएगी। उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं को बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने हेतु स्वास्थ्य विभाग, ‘विश फाउंडेशन' तथा हंस फाउंडेशन ने 'ई-स्वास्थ्य धाम' एप की शुरूआत की है जिन पर उन्हें अपना स्वास्थ्य डाटा अपलोड करना है। रतूड़ी ने स्वास्थ्य एवं पर्यटन विभाग के अधिकारियों को चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को पंजीकरण के दौरान अपनी ‘मेडिकल हिस्ट्री' (स्वास्थ्य पृष्ठभूमि) की जानकारी देने के लिए जागरूक करने को भी कहा।
स्वास्थ्य कारणों के कारण 20 से अधिक श्रद्धालुओं की मौत
मुख्य सचिव ने कहा कि यदि श्रद्धालुओं द्वारा अपनी बिल्कुल सही ‘मेडिकल हिस्ट्री' उपलब्ध करवाई जाती है तो इससे प्रशासन को किसी भी आपातस्थिति में उन्हें चिकित्सा सहायता पहुंचाने में आसानी होगी। उनका कहना था कि इसके अलावा, चिकित्सा संसाधनों के बेहतरीन प्रबन्धन में भी चिकित्सा विभाग को आसानी होगी। उन्होंने कहा कि प्रशासन श्रद्धालुओं को सुरक्षित एवं सुगम चारधाम यात्रा करवाने के लिए प्रतिबद्ध है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, चारधाम यात्रा मार्ग पर अब तक 20 से अधिक श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के चलते मौत हो चुकी है। चारों धामों के उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित होने के मददेनजर राज्य सरकार ने हिंदी और अंग्रेजी सहित 14 भाषाओं में स्वास्थ्य परामर्श जारी करते हुए श्रद्धालुओं से उसका पालन करने का अनुरोध किया है।