Edited By Nitika, Updated: 28 Feb, 2024 10:42 AM
बिहार विधानसभा ने मंगलवार को चालू वित्त वर्ष में विभिन्न योजनाओं के लिए राज्य की समेकित निधि से 4,133 करोड़ रुपए के बिहार विनियोग विधेयक, 2024 को ध्वनि मत से पारित कर दिया।
पटनाः बिहार विधानसभा ने मंगलवार को चालू वित्त वर्ष में विभिन्न योजनाओं के लिए राज्य की समेकित निधि से 4,133 करोड़ रुपए के बिहार विनियोग विधेयक, 2024 को ध्वनि मत से पारित कर दिया।
बिहार के उपमुख्यमंत्री व वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने विनियोग विधेयक-2024 पेश किया, जिसे विपक्षी सदस्यों के बहिर्गमन के बीच ध्वनि मत से पारित कर दिया गया। चौधरी ने बिहार विधानसभा में विनियोग विधेयक पेश करते हुए कहा कि 4,133 करोड़ रुपए की इस राशि में वित्त विभाग के लिए 460 करोड़ रुपए, ऊर्जा विभाग के लिए 372 करोड़ रुपए, भवन निर्माण विभाग के लिए 265 करोड़ रुपए, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के लिए 47.96 करोड़ रुपए, कृषि विभाग के लिए 39.77 करोड़ रुपए, सहकारिता विभाग के लिए 18.09 करोड़ रुपए, पंचायती राज विभाग के लिए 5.96 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। मंत्री ने कहा कि कई अन्य विभागों जिन्हें इस वित्तीय वर्ष की शेष अवधि के लिए अतिरिक्त धनराशि की आवश्यकता है, उनके लिए भी आवंटन किया गया है।
वहीं सम्राट चौधरी ने कहा कि यह तथ्य कि इस वर्ष वार्षिक बजट का आकार पिछले वित्तीय वर्ष की योजना के आकार से बढ़ाया गया है, जो कि बिहार की अच्छी वित्तीय स्थिति के बारे में बताता है। हालांकि, जब विनियोग विधेयक पारित किया जा रहा था, तो विपक्षी सदस्यों ने राज्य सरकार की कथित गरीब विरोधी नीतियों के खिलाफ विरोध करते हुए सदन से बहिर्गमन कर दिया। बता दें कि विपक्षी सदस्यों के सदन से बहिर्गमन करने से पहले राष्ट्रीय जनता दल (राजद) विधायक ललित कुमार यादव ने कहा, ‘‘राज्य में राजग सरकार की नीतियां गरीब विरोधी और समाज के वंचित वर्गों के खिलाफ हैं।''