Edited By Harman, Updated: 14 Aug, 2025 10:32 AM

बिहार सरकार ने बुधवार को ‘जेपी सेनानियों' की पेंशन राशि में दोगुनी वृद्धि की घोषणा की। ये राजनीतिक कार्यकर्ता आपातकाल के दौरान समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण के आंदोलन का समर्थन करने के लिए जेल गए थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई...
Bihar Cabinet Meeting: बिहार सरकार ने बुधवार को ‘जेपी सेनानियों' की पेंशन राशि में दोगुनी वृद्धि की घोषणा की। ये राजनीतिक कार्यकर्ता आपातकाल के दौरान समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण के आंदोलन का समर्थन करने के लिए जेल गए थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव को मंज़ूरी दी गई। नीतीश कुमार स्वयं आपातकाल की घोषणा से एक साल पहले 1974 में शुरू हुए ‘जेपी आंदोलन' में एक प्रमुख भागीदार थे।
1–6 माह कैद पर 15 हजार और 6 माह से अधिक पर 30 हजार रुपये पेंशन
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘छह महीने से ज़्यादा जेल में रहने वाले ‘जेपी सेनानियों' की पेंशन 15,000 रुपये से बढ़ाकर 30,000 रुपये प्रति माह कर दी गई है और कम अवधि की जेल की सज़ा काटने वालों की पेंशन 7,500 रुपये से बढ़ाकर 15,000 रुपये कर दी गई है।'' यह फैसला राज्य में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले लिया गया है।
मृत्यु पर जीवित पति/पत्नी को भी समान दर से मिलेगी पेंशन
बता दें कि नीतीश कुमार ने 2009 में जयप्रकाश नारायण के नाम पर पेंशन योजना शुरू की थी। हालांकि मुख्यमंत्री पेंशन के लिए आवश्यक शर्तें पूरी करते हैं, लेकिन उन्होंने इसके लिए कभी आवेदन नहीं किया। राजद प्रमुख लालू प्रसाद भी इस योजना के लाभार्थियों में से एक हैं। बता दें कि बढ़ी हुई पेंशन 1 अगस्त 2025 से लागू होगी और पेंशनधारियों की मृत्यु पर उनके जीवित पति/पत्नी को भी इसी दर से पेंशन मिलेगी।