Edited By Nitika, Updated: 27 May, 2021 09:43 PM
बिहार में जहां एक कोरोना महामारी चरम पर है, वहीं दूसरी तरफ संकट की इस घड़ी में आए दिन स्वास्थ्य केंद्रोें की बदहाली की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। कभी मधुबनी तो कभी कैमूर के स्वास्थ्य केंद्र खंडहर हालात में देखने को मिल रहे हैं।
पटनाः बिहार में जहां एक कोरोना महामारी चरम पर है, वहीं दूसरी तरफ संकट की इस घड़ी में आए दिन स्वास्थ्य केंद्रोें की बदहाली की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। कभी मधुबनी तो कभी कैमूर के स्वास्थ्य केंद्र खंडहर हालात में देखने को मिल रहे हैं। वहीं इस पर राजद अध्यक्ष लालू यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नोबेल पुरस्कार दिए जाने का मांग उठाई है।
राजद कैमूर ने ट्विटर पर तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा कि ये कोई पशुओं को बांधने वाला पुराना घर या कोई खंडहर नहीं! बल्कि प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र कबिलासपुर है जो रामगढ़ विधानसभा अंतर्गत दुर्गावती प्रखंड में आता है। ये जर्जर भवन आपके सामने @NitishKumar और भाजपा द्वारा किए गए क्षतिग्रस्त स्वास्थ्य व्यवस्था की मिसाल पेश कर रहा है!
इस पर लालू यादव ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए लिखा कि नीतीश कुमार आईना तो देखिए। हमारे द्वारा निर्मित हज़ारों प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को बंद करा क्या मिला? खुद नया बना पाए नहीं लेकिन पूर्व निर्मित कबाड़ ज़रूर दिए.....का मिला??
राजद मधुबनी ने ट्विटर पर तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा कि ये हरलाखी प्रखंड क्षेत्र के हरसुवार गांव का उपस्वास्थ्य केंद्र है! इसके लिए अगर @NitishKumar जी और @mangalpandeybjp जी को संयुक्त रूप से नोबेल पुरस्कार नहीं मिला तो बड़ा अन्याय होगा! आप क्या बोलते हैं? नीचे लिखें!
इस पर राजद अध्यक्ष ने लिखा कि मधुबनी के जनता मालिकों का कहना है कि जिले में ऐसे सैकड़ों स्वास्थ्य केंद्र बंद कराने के लिए नीतीश कुमार को नोबेल पुरस्कार के लिए नामांकित करना चाहिए।