Edited By Nitika, Updated: 09 Jul, 2022 05:23 PM
भोजपुर जिले के कोईलवर थाना क्षेत्र के सुरौंधा टापू के और बिहटा थाना (पटना) क्षेत्र के पथलौटिया गांव में छापेमारी हुई। भोजपुर के डीएम राजकुमार एससी संजय कुमार सिंह, एसटीएफ के रामाकांत के नेतृत्व में प्रशासनिक और काफी संख्या में सशस्त्र पुलिस-बलों ने
भोजपुरः बिहार के भोजपुर जिले की स्पेशल टास्क फोर्स और पटना जिले के बिहटा थाने की पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। इस दौरान कुल 87 पोकलेन मशीनों को जब्त किया गया। इन जब्त की गई गाड़ियों का अनुमानित मूल्य करीब 43 करोड़ आंका जा रहा है। वहीं बालू खनन के इतिहास में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर पोकलेन मशीनों की बरामदगी हुई है।
सुत्रों के अनुसार,भोजपुर जिले के कोईलवर थाना क्षेत्र के सुरौंधा टापू के और बिहटा थाना (पटना) क्षेत्र के पथलौटिया गांव में छापेमारी हुई। भोजपुर के डीएम राजकुमार एससी संजय कुमार सिंह, एसटीएफ के रामाकांत के नेतृत्व में प्रशासनिक और काफी संख्या में सशस्त्र पुलिस-बलों ने सुरौंधा टापू और पथलौटिया गांव को घेर लिया। इस दौरान मौके पर सहायक खनन निदेशक आनंद प्रकाश कोईलवर और बिहटा के बीडीओ-सीओ और पुलिस मौजूद थी। अचानक सुरौंधा टापू पर भारी संख्या में सशस्त्र पुलिस बल के पहुंचते ही बालू तस्कर और पोकलेन मशीन ऑपरेटर भागने लगे। पुलिस ने इस दुर्गम व दियारा क्षेत्र में कई किलोमीटर के क्षेत्र में छिपाकर रखी गई पोकलेन मशीनों को जब्त करना शुरू किया। पुलिस जैसे-जैसे आगे बढ़ती गई, बालू के बंकरनुमा टीमों, नहरनुमा जलाशयों, खेतों और बगीचों में खड़ी की गई पोकलेन गाड़ी मिलती गईं। चार पोकलेन गाड़ियां भोजपुर जिले के कोईलवर थाना और 83 से अधिक बिहटा थाना (पटना) के पथलौटिया गांव में बरामद हुई। कई भाग रहे ऑपरेटरों ने भी पथलौटिया गांव में पोकलेन गाड़ियों को खड़ा कर दिया और फरार हो गए। छापेमारी के सिलसिले में 83 पोकलेन बरामद होने की एफआईआर बिहटा थाना और 4 पोकलेन गाड़ी बरामद होने की एफआईआर कोईलवर में की जा रही है।
वहीं जब्त गाड़ियों को संबंधित थानों में लाने की कार्रवाई की जा रही है। पुलिस के अनुसार, पथलौटिया गांव अवैध बालू खनन करने वाले का सोन नदी क्षेत्र में सबसे बड़ा कुख्यात अड्डा है,जहां बड़ी संख्या में पोकलेन गाड़ी रखी जाती है। बालू माफिया के संरक्षण में 100 से अधिक पोकलेन मशीन के ऑपरेटर भोजपुर की सीमा में और सुरौंधा टापू पर आकर अवैध बालू खनन करने लगते है।
बता दें कि अवैध बालू खनन पर वर्चस्व स्थापित कर चुके सफेदपोश धनकुबेरों को पहली बार सबसे बड़ी आर्थिक चोट पहुंची है। उन्हें करीब 50 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है। माना जा रहा है कि पुलिस और प्रशासन जब्त गाड़ियों की नीलामी करेगा और गाड़ियों के इंजन और चेसिस नंबर के आधार पर उनके मालिक की खोज की जाएगी और उनके खिलाफ एफआईआर होगी। इधर कोईलवर थाना क्षेत्र के राजापुर में बालू का अवैध भंडारण को जब्त किया गया। दर्जनों बालू लदे ट्रक और ट्रैक्टर को जब्त किया गया है।