Edited By Ramanjot, Updated: 05 Sep, 2021 11:24 AM
जगदानंद सिंह ने कहा, ‘‘विधायकों की संख्या के लिहाज से हम सबसे बड़ी पार्टी हैं और हमें ऐसे परिसर से काम करना होगा जो ठीक सड़क के पार स्थित जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के कार्यालय से कहीं छोटा है।'''' सिंह ने कहा कि सरकार का दावा है कि उसके पास जमीन नहीं...
पटनाः बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने पटना स्थित राज्य मुख्यालय का विस्तार करने के लिए नीतीश कुमार सरकार से 10 हजार वर्ग फुट से अधिक जमीन की मांग की है। इसका खुलासा राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने शनिवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में किया।
जगदानंद सिंह ने कहा, ‘‘विधायकों की संख्या के लिहाज से हम सबसे बड़ी पार्टी हैं और हमें ऐसे परिसर से काम करना होगा जो ठीक सड़क के पार स्थित जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के कार्यालय से कहीं छोटा है।'' सिंह ने कहा कि सरकार का दावा है कि उसके पास जमीन नहीं है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘हम पूछना चाहते हैं कि कैसे उसने जद(यू) का कार्यालय, जो पहले छोटा सा ढांचा था- उसे बनाने के लिए सरकारी ढांचों को गिराया गया और अब वह विशाल पैलेस बन गया है।'' राजद की इस पर नीतीश कुमार ने कहा कि पार्टियों को कार्यालय बनाने के लिए उनके सत्ता में आने के कुछ समय बाद ही वर्ष 2006 में जमीन आवंटित की गई तथा अब और अधिक अनुरोध पर विचार करने की गुंजाइश नहीं है।
वहीं पूर्व मंत्री और जद(यू) के सबसे मुखर प्रवक्ता नीरज कुमार, लालू प्रसाद को संबोधित खुले पत्र के साथ सामने आए जिसमें उन्होंने भूमि कब्जाने का आरोप लगाते हुए तंज कसा। उन्होंने सवाल किया कि क्यों लालू प्रसाद के बेटे तेजस्वी यादव तब अपनी पार्टी के कार्यालय के लिए अधिक जमीन हासिल करने में असफल रहे जब वह उप मुख्यमंत्री थे और ‘20 महीने तक' उनके पास भवन निर्माण विभाग था। नीरज कुमार ने राजद के उस तर्क का भी उपहास उड़ाया जिसमें कहा गया था कि राज्य की सबसे बड़ी पार्टी होने की वजह से वह अधिक पाने की हकदार है। जद(यू)नेता ने कहा, ‘‘राजद को वर्ष 2010 का प्रदर्शन भी याद रखना चाहिए जिसमें वह 243 सदस्यीय विधानसभा में महज 20 से ज्यादा सीटों पर सिमट गई थी। तब क्या उसने अपने हिस्से की जमीन छोड़ने की पेशकश की थी?''