Edited By Harman, Updated: 26 Sep, 2024 01:14 PM
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कोयला बकाये का मुद्दा उठाया। पत्र लिखकर हेमंत सोरेन ने पीएम मोदी से कहा कि कोल कंपनियों द्वारा 1.36 लाख करोड़ का बकाया भुगतान नहीं किया जा रहा है। भुगतान न होने के कारण सामाजिक आर्थिक...
रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कोयला बकाये का मुद्दा उठाया। पत्र लिखकर हेमंत सोरेन ने पीएम मोदी से कहा कि कोल कंपनियों द्वारा 1.36 लाख करोड़ का बकाया भुगतान नहीं किया जा रहा है। भुगतान न होने के कारण सामाजिक आर्थिक विकास परियोजनाओं का संचालन ठीक ढंग से नहीं हो पा रहा है। जिस वजह से झारखंड का विकास बाधित हो रहा है।
हेमंत सोरेन ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखे पत्र में कहा, 'कानून में प्रावधान और न्यायिक फैसलों के बावजूद कोयला कंपनियां कोई भुगतान नहीं कर रही हैं। ये सवाल आपके कार्यालय, वित्त मंत्रालय और नीति आयोग समेत कई मंचों पर उठाए गए हैं। इन सब के बावजूद अभी तक इस बकाया राशि 1.36 लाख करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया गया है।'
वहीं, सीएम सोरेन ने आगे पत्र में लिखा , "झारखंड एक अल्पविकसित राज्य है। यहां बहुत सारी सामाजिक आर्थिक विकास परियोजनाएं हैं, जो हमारी उचित मांगों के पूरा न होने के कारण बाधित हो रही हैं। राज्य द्वारा उठाई गई उचित मांग के भुगतान में इस देरी ने मुझे आपको यह पत्र लिखने के लिए बाध्य किया है, क्योंकि इस लापरवाही के कारण झारखंड और उसके लोगों को अपूरणीय क्षति हो रही है। शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास, स्वच्छ पेयजल और अंतिम छोर तक कनेक्टिविटी जैसी सामाजिक क्षेत्र की विभिन्न योजनाएं धन की कमी के कारण जमीनी स्तर पर लागू नहीं हो पा रही हैं।"