Edited By Khushi, Updated: 14 Aug, 2024 04:52 PM
कोलकाता के आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जूनियर महिला डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या से डॉक्टरों में रोष है। रांची के रिम्स में डॉक्टरों ने हॉस्पिटल कैंपस में घटना के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया।
रांची: कोलकाता के आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जूनियर महिला डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या से डॉक्टरों में रोष है। रांची के रिम्स में डॉक्टरों ने हॉस्पिटल कैंपस में घटना के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया।
दरअसल, बीते मंगलवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) और जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन (जेडीए) ने कार्य बहिष्कार करते हुए ओपीडी को बंद कराया और रिमसोनियन हॉल के समक्ष धरने पर बैठ गए। इसकी वजह से अस्पताल में ओपीडी सेवा प्रभावित हुई, जिस कारण मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। ओपीडी में चिकित्सकों से इलाज कराने के लिए आने वाले मरीज को परामर्श नहीं मिला। मरीज ओपीडी से लौटते नजर आए। जिन्हें उपचार की ज्यादा जरूरत थी, उन्होंने इमरजेंसी में रजिस्ट्रेशन कराने के बाद अपना इलाज कराया तो कुछ वापिस घर लौट गए।
इस दौरान रिम्स जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ अंकित ने कहा कि कोलकाता में हुए पूरे घटनाक्रम की सीबीआई से जांच होनी चाहिए। कोलकाता जैसी घटना कहीं भी हो सकती है। डॉक्टर के लिए मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट बेहद जरूरी है। मेडिकल कॉलेज में रात के वक्त सेवा देने वाली जूनियर महिला डॉक्टर के लिए अलग कमरे की व्यवस्था होनी चाहिए ताकि रेस्ट करते वक्त वह सुरक्षित महसूस कर सके।
गौरतलब है कि 8 अगस्त की रात को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की जूनियर महिला डॉक्टर ड्यूटी पर थी। उसके साथ 2 और डॉक्टर थे। रात करीब दो बजे भोजन करने के बाद महिला डॉक्टर सेमिनार हॉल में गयी थी। उसके बाद उसे कहीं नहीं देखा गया। बाद में अस्पताल से उसका शव बरामद किया गया जहां से शव मिला है, वहां बाहरी लोग आना-जाना नहीं करते हैं। महिला डॉक्टर का अर्धनग्न अवस्था में शव मिला था। इस घटना से पूरे देश में बवाल है। कलकता हाईकोर्ट ने इस मामले की सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं।