Edited By Diksha kanojia, Updated: 23 Aug, 2022 03:52 PM
इस अवसर पर उपस्थित वक्ताओ के बीच से आजादी की लड़ाई में उनके संघर्ष को देखते हुए मांग उठी की पंडित राजकुमार शुक्ल को भारत रत्न मिलना चाहिए। शुक्ल के नाम पर म्यूजियम की स्थापना, एनसीईआरटी पाठ्यक्रम में शुक्ल के संघर्ष की सही जानकारी, राजधानी दिल्ली में...
रांचीः झारखंड में राजकुमार शुक्ल फाउण्डेशन के तत्वावधान में फाउंडेशन अध्यक्ष के अजय राय के आवास पर आज यहां महान स्वतंत्रता सेनानी पंडित राजकुमार शुक्ल की 147 वीं जयंती पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
इस अवसर पर उपस्थित वक्ताओ के बीच से आजादी की लड़ाई में उनके संघर्ष को देखते हुए मांग उठी की पंडित राजकुमार शुक्ल को भारत रत्न मिलना चाहिए। शुक्ल के नाम पर म्यूजियम की स्थापना, एनसीईआरटी पाठ्यक्रम में शुक्ल के संघर्ष की सही जानकारी, राजधानी दिल्ली में शुक्ल के नाम हॉस्पिटल, सड़क, स्टेडियम का नामकरण व म्यूजियम का निर्माण आदि किया जाना चाहिए।
इस मौके पर अपने संबोधन में फाउंडेशन के अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि राजकुमार शुक्ल के बिना महात्मा गांधी का इतिहास अधूरा है क्योंकि राजकुमार शुक्ल जैसा हठी व्यक्ति जिन्होंने गांधी जी को चंपारण लाने पर मजबूर किया। आप कल्पना कर सकते हैं उस समय का दौर जहां आवागमन के बहुत सीमित संसाधन थे वैसे ही स्थिति में राजकुमार शुक्ल जो पेशे से किसान थे।
उन्होंने कभी कोलकाता कभी लखनऊ कभी साबरमती गुजरात गांधी जी से मिलने जाते थे। आप समझ सकते हैं कि राजकुमार शुक्ल का व्यक्तित्व क्या था जिन्होंने अपनी पूरी जमीन, गाय बछड़ा तक आंदोलन के लिए न्योछावर कर दिया। उन्होंने कहा कि उस आजादी के दीवाने को भारत रत्न से सुशोभित किया जाना चाहिए तभी हम उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि इतिहासकारों ने उनके संघर्ष के गाथा को इतिहास में जो जगह मिलनी चाहिए थी उसे नहीं दी है।
साथ ही एनसीईआरटी पाठ्यक्रम में बहुत सारी त्रुटियां है जिसे दूर किया जाना चाहिए और बच्चों के बीच उनके संघर्ष का सही चित्रण होना चाहिए। इस अवसर पर अमित कुमार कश्यप विजय कुमार सिंह संजीत राम मनोज कुमार अमित कुमार शुक्ला राजेश राय देवानंद कुमार सहित दर्जनों लोगों ने पंडित राजकुमार शुक्ल के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।