Edited By Khushi, Updated: 27 Jan, 2025 11:39 AM
टाटा समूह की कंपनी टाटा स्टील अपने जमशेदपुर संयंत्र में 27 जनवरी को कोक ओवन बैटरी #7 को बंद करेगी। कंपनी ने बीते रविवार को इसे बंद करने की प्रक्रिया के बारे में एक परामर्श जारी किया कि बैटरी को हटाने की प्रक्रिया के दौरान होने वाली आग से कई हादसे से...
जमशेदपुर: टाटा समूह की कंपनी टाटा स्टील अपने जमशेदपुर संयंत्र में 27 जनवरी को कोक ओवन बैटरी #7 को बंद करेगी। कंपनी ने बीते रविवार को इसे बंद करने की प्रक्रिया के बारे में एक परामर्श जारी किया कि बैटरी को हटाने की प्रक्रिया के दौरान होने वाली आग से कई हादसे से बचने के लिए सोमवार को जमशेदपुर में काम बंद कर दिया गया है।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि 36 साल से परिचालन में भारत की पहली स्टाम्प चार्ज कोक ओवन बैटरी ने 1.2 करोड़ टन से अधिक कोक का उत्पादन किया और इस्पात उद्योग में क्रांति ला दी। इस बैटरी को बंद करने प्रक्रिया में बैटरी को उप-उत्पाद संयंत्र के दुर्गन्धयुक्त गैस खींचने वाले नेटवर्क से अलग करना शामिल होगा।बयान में कहा गया है कि बैटरी बंद होने के दौरान ओवन से कच्ची गैस को मानक संचालन प्रक्रियाओं के अनुसार ओवन टॉप फ्लेयर्स और एसेंशन पाइप से सुरक्षित रूप से निकाला जाएगा। बयान में कहा गया है कि आग सुबह 9 बजे से शुरू होगी और लगभग 24 घंटे तक जारी रहेगी। इस्पात क्षेत्र की प्रमुख कंपनी ने इस बात पर जोर दिया कि यह एक नियोजित और नियंत्रित गतिविधि है।
दरअसल, जमशेदपुर-टाटा स्टील के कोक प्लांट बैटरी 7 के बंद होने के बाद कर्मचारियों के सरप्लस करने को लेकर शनिवार को दिनभर हंगामा होता रहा। टाटा वर्कर्स यूनियन के कमेटी मेंबरों के दबाव के बाद शनिवार को टाटा स्टील के एचआर चीफ मुकेश अग्रवाल के स्तर पर मीटिंग हुई। इस मीटिंग में टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष संजीव चौधरी टुन्नु, महामंत्री सतीश सिंह के अलावा तमाम कमेटी मेंबरों की मीटिंग हुई। मीटिंग में विस्तार से चर्चा की गयी। यूनियन की ओर से कहा गया कि सरप्लस पुल में सीधे कर्मचारियों को भेजे जाने के बजाय पहले वेकेंसी को लेकर बातें हो जाये। वेकेंसी भर ली जाये, उसके बाद सरप्लस पुल में भेजने की जरूरत हो तो फिर बातें हो सकती है, लेकिन मैनेजमेंट के अधिकारी अड़ियल रवैया अपनाकर काम कर रहे थे। वे लोग कह रहे थे कि सरप्लस पुल में ही भेजना विकल्प है। इसके बाद अध्यक्ष और महामंत्री ने अपनी बैठक को बीच में ही छोड़ दिया और बाहर ही निकल गये कि जब एकतरफा ही बातें करना है और कोई चेंज ही नहीं होना है तो फिर बात करके क्या फायदा है।