Edited By Nitika, Updated: 22 Aug, 2024 08:50 AM
झारखंड में सरायकेला-खरसावां जिले के सोनारी हवाई अड्डे से उड़ान भरने के बाद लापता हुए दो सीट वाले विमान का पता अभी तक नहीं चल सका है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
जमशेदपुरः झारखंड में सरायकेला-खरसावां जिले के सोनारी हवाई अड्डे से उड़ान भरने के बाद लापता हुए दो सीट वाले विमान का पता अभी तक नहीं चल सका है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उपायुक्त रविशंकर शुक्ला ने बताया कि सरायकेला-खरसावां जिला प्रशासन ने दो सीट वाले विमान का पता लगाने के लिए भारतीय नौसेना से मदद मांगी है। ऐसा संदेह है कि एक निजी विमानन कंपनी का विमान, जिसमें एक पायलट और एक प्रशिक्षु पायलट सवार थे, जिले के चांडिल बांध में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जिला प्रशासन ने विशाखापत्तनम स्थित नौसेना की पूर्वी कमान के मुख्यालय से मदद मांगी है, जहां की एक टीम बृहस्पतिवार से तलाशी अभियान शुरू कर सकती है। इससे पहले दिन में रांची से आई राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की छह सदस्यीय टीम ने चांडिल बांध में कई घंटों तक तलाशी अभियान चलाया। हालांकि, उप-संभागीय पुलिस अधिकारी (चांडिल) सुनील कुमार राजवार ने बताया कि एक जोड़ी जूते के अलावा कुछ नहीं मिला। पुलिस अधीक्षक (सरायकेला-खरसावां) मुकेश कुमार लुनायत ने बताया कि ग्रामीणों ने दावा किया है कि मंगलवार को एक विमान जलाशय में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
वहीं पूर्वी सिंहभूम जिले के उपायुक्त अनन्य मित्तल ने बताया कि सोनारी हवाई अड्डे के वायु यातायात नियंत्रक ने बताया कि विमान को अंतिम बार चांडिल अनुमंडल के नीमडीह के पास देखा गया था। अधिकारी के अनुसार, बताया जाता है कि यह विमान ‘सेसना 152' था और यह उड़ान प्रशिक्षण संस्थान ‘अलकेमिस्ट एविएशन' का था। विमान ने मंगलवार को पूर्वाह्न करीब 11 बजे जमशेदपुर के सोनारी हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी। विमान में एक पायलट और एक प्रशिक्षु पायलट सवार था।