Edited By Diksha kanojia, Updated: 08 Jul, 2020 03:46 PM
झारखंड के अनुसूचित जाति-जनजाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री चंपई सोरेन ने शिक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि शिक्षा के बिना विकास की बात करना बेमानी है।
रांचीः झारखंड के अनुसूचित जाति-जनजाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री चंपई सोरेन ने शिक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि शिक्षा के बिना विकास की बात करना बेमानी है।
सोरेन ने राजधानी रांची के मोरहाबादी स्थित आवास पर एकलव्य और आवासीय विद्यालयों के शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए चयन परीक्षा के परिणाम की घोषणा की। इसके बाद उन्होंने कहा कि झारखंड खनिज, पहाड़ और जंगल से भरा राज्य है। यहां के हर परिवार के बच्चे को अच्छी शिक्षा प्राप्त हो सके इसके लिए सरकार कृतसंकल्पित है।
मंत्री ने कहा कि जनजातीय समुदाय, अनुसूचित जाति और पिछड़े वर्ग के सुदूर ग्रामीण इलाकों में रहने वाले परिवारों के बच्चों को अच्छी शिक्षा प्राप्त हो सके इसे ध्यान में रखते हुए राज्य में पहले से चल रहे सात एकलव्य विद्यालयों के अलावा इस साल 13 नए एकलव्य विद्यालय खोले जा रहे हैं।