Edited By Khushi, Updated: 12 Apr, 2023 01:04 PM

झारखंड के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने कहा कि अंग्रेजों के आधुनिक हथियारों को अपने तीर-धनुष के आगे झुकने पर मजबूर कर देने वाले
रांची: झारखंड के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने कहा कि अंग्रेजों के आधुनिक हथियारों को अपने तीर-धनुष के आगे झुकने पर मजबूर कर देने वाले महान क्रांतिकारी एवं हूल क्रांति के महानायक अमर शहीद सिदो-कान्हू सहित अगणित वीर सपूतों के अविस्मरणीय बलिदान की बदौलत ही आज हम आजाद भारत में सांस ले रहे हैं।
महतो ने हातमा, रांची स्थित सिदो-कान्हू पार्क में स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि प्रदेश के मजदूर, किसान, नौजवान तथा वंचित वर्ग को हक दिलाकर ही दी जा सकती है, लेकिन आलम तो ये है कि आज अपने ही राज्य में झारखंडी अपना अस्तित्व, अपनी पहचान की तलाश में हैं। सरकार के कार्यों से ऐसा लग रहा कि स्वतंत्रता सेनानियों, आंदोलनकारियों के सम्मान के प्रति बिल्कुल भी गंभीर नहीं। आज परिस्थितियां विपरीत हैं। यह समय एकजुट होकर झारखंड एवं झारखंडियत के संरक्षण के लिए सामाजिक एवं राजनीतिक चेतना जागृत कर एक नई क्रांति की नींव रखने का वक्त है।
मौके पर आजसू पार्टी के केंद्रीय मुख्य प्रवक्ता डॉ. देवशरण भगत ने कहा कि सिपाही विद्रोह के वर्षों पूर्व झारखंड के वीर सपूतों ने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह का बिगुल फूंका। संताल हूल के दौरान वीर शहीद सिदो-कान्हू के नेतृत्व में हजारों क्रांतिकारियों ने अपनी शहादत दी, लेकिन इतिहास के पन्नों में झारखंड के वीर शहीदों को वो जगह, वो सम्मान नहीं मिला। आजसू पार्टी झारखंड के वीर सपूतों की संघर्ष गाथा को देश-दुनिया तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है और इसे लेकर निरंतर प्रयास भी जारी है। डॉ. भगत ने जिलास्तरीय न्याय मार्च को लेकर कहा कि 13 अप्रैल को राज्य के सभी 24 जिलों में आजसू पार्टी के हजारों नेता, कार्यकर्ता और पदाधिकारी सात सूत्री मांगों को लेकर उपायुक्त कार्यालय की ओर कूच करेंगे तथा झारखंड विरोधी सरकार के खिलाफ हल्ला बोलेंगे।