Edited By Ramanjot, Updated: 30 Jun, 2025 05:30 PM
1969 और 1972 में कांग्रेसी कैंडिडेट नजीमुद्दीन ने बहादुरगंज में लगातार दो बार जीत हासिल कर लिया था। 1977 के चुनाव में बहादुरगंज सीट से जनता पार्टी के कैंडिडेट इस्लामुद्दीन बागी ने विरोधियों को शिकस्त कर दिया था। 1980 और 1985 के चुनाव में कांग्रेसी...
Bahadurganj Assembly Seat: बहादुरगंज विधानसभा सीट बिहार की दो सौ 43 विधानसभा सीटों में से एक है। बहादुरगंज विधानसभा सीट, किशनगंज लोकसभा सीट के तहत आता है। 1952 में बहादुरगंज सीट पर हुए पहले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के कैंडिडेट मोहम्मद अहसान ने जीत हासिल किया था। 1957 में हुए विधानसभा चुनाव में प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के टिकट पर लखन लाल कपूर ने जनता का समर्थन हासिल कर लिया था। 1962 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस कैंडिडेट रफीक आलम ने बहादुरगंज में जीत हासिल कर लिया था। 1967 में होने वाले चुनाव में प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के कैंडिडेट दिलीप नारायण झा ने जनता का भरोसा हासिल कर लिया था।

1969 और 1972 में कांग्रेसी कैंडिडेट नजीमुद्दीन ने बहादुरगंज में लगातार दो बार जीत हासिल कर लिया था। 1977 के चुनाव में बहादुरगंज सीट से जनता पार्टी के कैंडिडेट इस्लामुद्दीन बागी ने विरोधियों को शिकस्त कर दिया था। 1980 और 1985 के चुनाव में कांग्रेसी कैंडिडेट नजीमुद्दीन ने लगातार दो बार बहादुरगंज सीट पर जीत हासिल कर लिया था। 1990 के चुनाव में जनता दल के कैंडिडेट इस्लामुद्दीन बागी ने बहादुरगंज में जनता का समर्थन हासिल कर लिया था। वहीं 1995 के विधानसभा चुनाव में बहादुरगंज सीट से बीजेपी की टिकट पर अवध बिहारी सिंह ने जीत का परचम लहरा दिया था। 2000 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेसी कैंडिडेट जहीदुर रहमान ने बहादुरगंज की जनता का भरोसा हासिल कर लिया था।
वहीं 2005 के चुनाव में निर्दलीय कैंडिडेट मोहम्मद तौसीफ आलम ने बहादुरगंज में जीत हासिल कर लिया था। 2010 और 2015 के चुनाव में बहादुरगंज सीट पर लगातार दो बार मोहम्मद तौसीफ आलम ने कांग्रेस की टिकट पर जीत का परचम लहराया था। वहीं 2020 में मजलिस की टिकट पर बहादुरगंज सीट पर मोहम्मद अंजार नईमी ने जीत हासिल की थी लेकिन बाद में मोहम्मद अंजार नईमी ने आरजेडी का दामन थाम लिया। इस बार भी मोहम्मद अंजार नईमी पर आरजेडी भरोसा जता सकती है।
Bahadurganj Seat Result 2020 ।। एक नजर 2020 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2020 के चुनाव में बहादुरगंज सीट पर मोहम्मद अंजार नईमी ने जीत हासिल की थी। मोहम्मद अंजर नईमी 85 हजार आठ सौ 55 वोट हासिल कर पहले स्थान पर रहे थे तो वीएसआईपी कैंडिडेट लखन लाल पंडित 40 हजार छह सौ 40 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। इस तरह से मोहम्मद अंजार नईमी ने लखन लाल पंडित को 45 हजार दो सौ 15 वोट के मार्जिन से हराया था तो कांग्रेस कैंडिडेट तौसीफ आलम 30 हजार दो सौ चार वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।

Bahadurganj Seat Result 2015 ।। एक नजर 2015 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2015 के विधानसभा चुनाव में बहादुरगंज सीट से कांग्रेसी कैंडिडेट मोहम्मद तौसीफ आलम ने जीत हासिल कर लिया था। मोहम्मद तौसीफ आलम ने चुनाव में 53 हजार पांच सौ 33 वोट हासिल किया था। वहीं बीजेपी कैंडिडेट अवध बिहारी सिंह को 39 हजार पांच सौ 91 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से मोहम्मद तौसीफ आलम ने अवध बिहारी सिंह को 13 हजार नौ सौ 42 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं जाप कैंडिडेट मोहम्मद मशवर आलम 33 हजार छह सौ 38 वोट के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे।

Bahadurganj Seat Result 2010 ।। एक नजर 2010 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2010 के विधानसभा चुनाव में बहादुरगंज सीट से कांग्रेस की टिकट पर मोहम्मद तौसीफ आलम ने जीत हासिल की थी। मोहम्मद तौसीफ आलम ने चुनाव में 30 हजार पांच सौ 51 वोट हासिल किया था तो जेडीयू कैंडिडेट मोहम्मद मशवर आलम ने 26 हजार सात सौ 52 वोट हासिल किया था। इस तरह से मोहम्मद तौसीफ आलम ने मोहम्मद मशवर आलम को 3 हजार सात सौ 79 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं निर्दलीय कैंडिडेट लखन लाल पंडित ने 9 हजार 62 वोट लेकर तीसरा स्थान हासिल किया था।

Bahadurganj Seat Result 2005 ।। एक नजर 2005 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2005 के विधानसभा चुनाव में बहादुरगंज सीट से कांग्रेस की टिकट पर मोहम्मद तौसीफ आलम ने चुनाव में जीत हासिल की थी। मोहम्मद तौसीफ आलम ने चुनाव में 58 हजार नौ सौ 38 वोट हासिल किया था। वहीं निर्दलीय कैंडिडेट सिकंदर सिंह को 15 हजार नौ सौ 17 वोट मिला था। इस तरह से मोहम्मद तौसीफ आलम ने सिकंदर सिंह को 43 हजार 21 वोट के बड़े अंतर से हरा दिया था। वहीं जेडीयू कैंडिडेट शहाब आलम ने 8 हजार सात सौ 12 वोट लेकर तीसरा स्थान हासिल किया था।

2025 के विधानसभा चुनाव में यहां महागठबंधन और एनडीए के बीच मुकाबला होगा। लेकिन आरजेडी उम्मीदवार की स्थिति मजबूत लग रही है। वैसे ओवैसी की पार्टी इस सीट पर आरजेडी से बदला लेने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है। ौ