Edited By Khushi, Updated: 01 Dec, 2025 10:52 AM

LPG Cylinder Price: साल 2025 के अंतिम महीने की शुरुआत उपभोक्ताओं के लिए राहत भरी रही है क्योंकि देशभर में आज यानी 1 दिसंबर से 19 किलो वाले कमर्शियल LPG सिलेंडरों के दाम घटा दिए गए हैं। कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत में ₹10 की मामूली कमी की गई है।
LPG Cylinder Price: साल 2025 के अंतिम महीने की शुरुआत उपभोक्ताओं के लिए राहत भरी रही है क्योंकि देशभर में आज यानी 1 दिसंबर से 19 किलो वाले कमर्शियल LPG सिलेंडरों के दाम घटा दिए गए हैं। कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत में ₹10 की मामूली कमी की गई है। आज से यह बदलाव व्यापारियों और छोटे व्यवसायों के लिए राहत की बात हो सकती है, जो एलपीजी सिलेंडरों का इस्तेमाल करते हैं। इस नए मूल्य निर्धारण के बाद, अब एलपीजी सिलेंडर की कीमत में और राहत मिली है, जिससे होटल, रेस्टोरेंट और अन्य व्यापारिक संस्थान अपनी लागत को थोड़ा कम कर सकते हैं। इससे एक महीने पहले इस सिलेंडर की कीमत में 5 रुपये की कमी की गई थी। हालांकि, 14.2 किलोग्राम वाले घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
अन्य प्रमुख शहरों में नई कीमत
रांची - 1733 रुपये
नोएडा - 1580.50 रुपये
पटना - 1829 रुपये
लखनऊ -1703 रुपये
शिमला - 1688.50 रुपये
देहरादून - 1638 रुपये
गुरुग्राम - 1597 रुपये
दिल्ली – 1,590.50 रुपये से घटकर 1,580.50 रुपये
मुंबई – 1,542 रुपये से घटकर 1,531.50 रुपये
कोलकाता – 1,694 रुपये से घटकर 1,684 रुपये
चेन्नई – 1,750 रुपये से घटकर 1,739.50 रुपये
इस फाइनेंशियल ईयर में इससे पहले एक अक्टूबर को कमर्शियल सिलेंडर के दाम में 15.50 रुपए की बढ़ोतरी की गई थी। उससे पहले लगातार छह महीने इसकी कीमतें घटी ही थीं। इस साल मार्च महीने के दौरान दिल्ली में इस सिलेंडर की कीमत 1803 रुपए थी, जो 1 अप्रैल को 1762 रुपए रह गई। 1 मई को इसमें फिर कटौती की गई और यह 1747.50 रुपए का रह गया। 1 जून को इसकी कीमत 1723.50 रुपए, 1 जुलाई को 1665 रुपए और 1 अगस्त को 1631.50 रुपए और एक सितंबर को 1680 रुपए थी। इस तरह 6 महीने में इसकी कीमत में 223 रुपए की कटौती की गई।
देश में LPG की कीमतों को IOC, BPCL और HPCL हर महीने की पहली तारीख को अपडेट करते हैं। मूल्य निर्धारण ‘इम्पोर्ट पैरिटी प्राइस’ (IPP) मॉडल पर आधारित होता है, जिसमें कच्चे तेल के अंतरराष्ट्रीय भाव, डॉलर-रुपया विनिमय दर, बीमा, फ्रेट, कस्टम ड्यूटी और अन्य टैक्स शामिल होते हैं। कीमतें राज्यों में अलग-अलग होती हैं क्योंकि रिफाइनरी से डिपो और फिर शहरों या दूरदराज के इलाकों तक गैस पहुंचाने में आने वाली लागत हर स्थान पर भिन्न होती है। खासकर पहाड़ी और दूरस्थ क्षेत्रों में ट्रांसपोर्टेशन खर्च ज्यादा होने के कारण उपभोक्ताओं को वहां अधिक कीमत चुकानी पड़ती है। कमर्शियल गैस के रेट घटने से कारोबारियों और होटलों को थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है, जबकि घरेलू उपभोक्ताओं को फिलहाल मौजूदा कीमतों पर ही सिलेंडर मिलता रहेगा।