Edited By Swati Sharma, Updated: 30 Apr, 2024 11:55 AM
लोकसभा चुनाव के चलते बिहार का सियासी पारा चढ़ा हुआ है। पक्ष-विपक्ष एक-दूसरे पर जमकर प्रहार कर रहा हैं। इस बीच बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री व राजद नेता तेजस्वी यादव ने एक बार फिर भाजपा और एनडीए गठबंधन पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि इस बार...
पटना: लोकसभा चुनाव के चलते बिहार का सियासी पारा चढ़ा हुआ है। पक्ष-विपक्ष एक-दूसरे पर जमकर प्रहार कर रहा हैं। इस बीच बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री व राजद नेता तेजस्वी यादव ने एक बार फिर भाजपा और एनडीए गठबंधन पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि इस बार बिहार में इन लोगों की हालत बहुत खराब है। बिहार से एनडीए का सफाया हो चुका है और ये लोग पूरी तरीके से घबराए और बौखलाए हुए हैं।
'हास्यास्पद बयान दे रहे अमित शाह'
वहीं, तेजस्वी यादव ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान पर पलटवार किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि 2024 में एनडीए की सरकार बनते ही बिहार से जातिवाद और परिवारवाद को समाप्त कर देंगे। उन्होंने कहा कि उनका यह बयान हास्यास्पद है। इसके भी दो कारण है। पहले की उनकी सरकार बनने नहीं जा रही और दूसरा पहले अपने घर से तो शुरुआत करें। उनके दल में परिवारवाद वाले कौन लोग हैं? हमने तो लिस्ट भी जारी कर दिया है आप सभी लोगों ने देखा है। पहले अपने दल और अपने घर से शुरू करें।
"इन लोगों का दिमाग खराब हो गया है"
राजद नेता ने कहा कि इन लोगों का दिमाग खराब हो गया है, क्योंकि यह लोग इस बार की चुनाव में हार रहे हैं। अमित शाह ने कहा कि यदि इंडिया गठबंधन या महागठबंधन की सरकार आती है तो हर साल प्रधानमंत्री चेंज होंगे। इस पर तेजस्वी यादव ने कहा कि उन्होंने हार मान लिया है। इससे तो यह स्पष्ट है कि उन्होंने मान लिया है कि हमारी सरकार बनने जा रही है। दूसरी बात यह है कि कर्नाटक में ढाई हजार बहनों के साथ शोषण हुआ और वह शोषण करने वाला इन्हीं का साथी है और अब पता चल रहा है कि वह जर्मनी फरार हो गए हैं। इससे पहले महिला पहलवानों के साथ शोषण, इन सभी मामलों पर प्रधानमंत्री की चुप्पी। मणिपुर में जिस महिला के साथ अत्याचार हुआ उस पर भी प्रधानमंत्री की चुप्पी और यह बात कर रहे हैं बेटी पढ़ाओ और बेटी बढ़ाओ की।