Edited By Ramanjot, Updated: 28 Jan, 2025 06:52 PM
संस्थान के व्याख्याता तथा कुछ सामाजिक कार्यकर्ता ज्यूरी मेंबर की भूमिका निभा रहे हैं। विजेता छात्र-छात्राओं को 1 फरवरी 2025 को आयोजित होने वाले संस्थान के स्थापना दिवस समारोह में सम्मानित किया जाएगा। प्रतियोगिता में राजकीय पॉलिटेक्निक सिवान के साथ...
पटना: विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग, बिहार सरकार के अंतर्गत संचालित राजकीय पॉलिटेक्निक, सिवान में दो दिवसीय तकनीकी आधारित टेक फर्स्ट "टेक्नो कृति 2025" का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम में लगभग 500 छात्र छात्राएं विभिन्न प्रतियोगिताओं जैसे डिबेट कंपटीशन, क्विज कंपटीशन, प्रोजेक्ट डेवलपमेंट, पोस्टर प्रेजेंटेशन तथा फंटेक इवेंट्स जैसे वाटर रॉकेट्री, ब्रिज मेकिंग चेलेंज, प्रतियोगिताओं में भाग ले रहे हैं।
संस्थान के व्याख्याता तथा कुछ सामाजिक कार्यकर्ता ज्यूरी मेंबर की भूमिका निभा रहे हैं। विजेता छात्र-छात्राओं को 1 फरवरी 2025 को आयोजित होने वाले संस्थान के स्थापना दिवस समारोह में सम्मानित किया जाएगा। प्रतियोगिता में राजकीय पॉलिटेक्निक सिवान के साथ राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज सिवान तथा राजकीय पॉलिटेक्निक गोपालगंज के छात्र-छात्राएं भी प्रतियोगिता में भाग ले रहे हैं। इस कार्यक्रम में चार कंपनियां जिसमें कॉइन कैप्स सिस्टम मुख्य स्पॉन्सर तथा बालाजी एंटरप्राइजेज, प्रीमियम ट्रेडिंग कॉरपोरेशन तथा एक्सेल टेक्नोलॉजी को स्पॉन्सर के रूप में छात्र- छात्राओं को प्रोत्साहित करने के लिए विजेताओं को पुरस्कार के माध्यम से सहयोग कर रही है। छात्रों में इन्नोवेटिव प्रोजेक्ट्स को लेकर गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है।
छात्र-छात्राएं व्यवहारिक जीवन में आने वाली बहुत सारी समस्याओं को सुलझाने के लिए आईओटी आधारित प्रोजेक्ट बना रहे हैं, जिन्हें भविष्य में मोबाइल के द्वारा कंट्रोल किया जा सकता है। इन प्रोजेक्ट्स को छात्र-छात्राओं द्वारा समाज के उत्थान हेतु निकटवर्ती गांव के लोगों को प्रयोग हेतु दिया जाएगा। ऐसे प्रोजेक्ट्स को विकसित करने का मकसद छात्र-छात्राओं को इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट प्राप्त करने के लिए प्रोडक्ट्स का निर्माण करना सिखाना है, जो भविष्य में कंपनियों द्वारा बड़ी संख्या में बनाए जा सकेंगे लेकिन बनाने से पूर्व कंपनी को उस प्रोडक्ट के इन्वेंटर से जिसने प्रोडक्ट का पेटेंट अपने नाम पर कराया हुआ है, के साथ अनुबंध करना होगा पोस्टर प्रतियोगिता का मकसद ऐसे डिजाइन को कागज पर उतरना है, जो भविष्य में कंपनियों के उत्पाद बनाने में प्रयोग किए जा सकते हैं। विजेता छात्र-छात्राओं को स्पॉन्सर कंपनियों द्वारा पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा।