Edited By Ramanjot, Updated: 01 Aug, 2025 07:20 PM

मोबाइल फोन आज की जीवनशैली का अभिन्न अंग बन गया है। किसी का मोबाइल फोन गुम होने या चोरी होने का मतलब है, उसकी तमाम जानकारी, सूचना, सहेजकर रखे दस्तावेजों समेत तमाम यादों या अन्य का गुम हो जाना है।
पटना:मोबाइल फोन आज की जीवनशैली का अभिन्न अंग बन गया है। किसी का मोबाइल फोन गुम होने या चोरी होने का मतलब है, उसकी तमाम जानकारी, सूचना, सहेजकर रखे दस्तावेजों समेत तमाम यादों या अन्य का गुम हो जाना है। पुलिस की तरफ से ऐसे खोए या चोरी हुए मोबाइल फोन को खोजकर इसके वास्तविक मालिक तक पहुंचा रही है। ऑपरेशन मुस्कान नाम के इस अभियान के तहत पुलिस पिछले तीन वर्षों के दौरान 22 हजार 980 लोगों के चेहरे पर मुस्कान लौटा चुकी है।
पिछले तीन वर्षों के आंकड़ों को देखें, तो वर्ष 2023 में जनवरी से दिसंबर तक ऑपरेशन मुस्कान के तहत 11 हजार 609 मोबाइल रिकवर कर उनके वास्तविक स्वामियों को सौंपा गया है। इसी तरह 2024 में 8 हजार 155 मोबाइल बरामद कर उनके असली मालिकों को सुपुर्द किया गया। 2025 में जनवरी से अब तक 3 हजार 216 मोबाइल इनके मालिकों को सौंपा गया। इस तरह पिछले तीन वर्षों के दौरान कुल 22 हजार 980 मोबाइल फोन रिकवर कर इनके वास्तविक मालिकों को सौंपा गया।
इस अभियान की सफलता को देखते पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों को इसे लेकर खासतौर से निर्देश जारी किया है। सभी जिलों को खासतौर से मोबाइल चोरी या गुम हुए मामलों की संजीदा से निपटने के लिए कहा गया है। ताकि लोगों के चेहरे पर फिर से मुस्कान लौटाई जा सके। इस अभियान की समेकित रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय में तलब की जाती है, ताकि पता चल सके कि किस जिले की प्रगति क्या है।