Edited By Khushi, Updated: 04 Nov, 2024 03:35 PM
2019 के चुनाव में बिशुनपुर सीट से जेएमएम उम्मीदवार चमरा लिंडा ने जीत हासिल की थी। चमरा लिंडा 80 हजार आठ सौ 64 वोट लाकर पहले स्थान पर रहे थे तो बीजेपी उम्मीदवार अशोक उरांव 63 हजार चार सौ 82 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे।
बिशुनपुर: बिशुनपुर सीट झारखंड के लोहरदगा जिले में आती है। बिशुनपुर विधानसभा सीट 1977 में अस्तित्व में आई थी और ये सीट शुरू से ही अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित रही है। इस सीट पर 1977, 1980 और 1985 के चुनावों तक कांग्रेस ने अपना दबदबा बनाए रखा था, लेकिन वक्त के साथ इस सीट पर कांग्रेस कमजोर होती गई। यहां मुख्य मुकाबला बीजेपी और जेएमएम में होने लगा।
2005 में इस सीट पर बीजेपी उम्मीदवार चंद्रेश उरांव ने जीत हासिल की थी। 2009 में यहां से चमरा लिंडा ने जीत हासिल की थी। वहीं 2014 और 2019 के चुनाव में भी जेएमएम उम्मीदवार के तौर पर चमरा लिंडा ने बिशुनपुर सीट पर जीत का सिलसिला कायम रखा। इसलिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एक बार फिर चमरा लिंडा पर ही भरोसा जताया है तो बीजेपी ने समीर उरांव की किस्मत पर दांव खेला है।
एक नजर 2019 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2019 के चुनाव में बिशुनपुर सीट से जेएमएम उम्मीदवार चमरा लिंडा ने जीत हासिल की थी। चमरा लिंडा 80 हजार आठ सौ 64 वोट लाकर पहले स्थान पर रहे थे तो बीजेपी उम्मीदवार अशोक उरांव 63 हजार चार सौ 82 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। वहीं जेवीएम कैंडिडेट महात्मा उरांव पांच हजार पांच वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
एक नजर 2014 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
साल 2014 के विधानसभा चुनावों में इस सीट पर झामुमो के चमरा लिंडा ने बीजेपी के समीर ओरांव को हराया। चमरा लिंडा को कुल 55 हजार 8 सो 51 वोट मिले थे। वहीं दूसरे नंबर पर रहे समीर ओरांव 45 हजार 8 वोट मिले थे। वहीं निर्दलीय लड़ रहे अशोक ओरांव तीसरे नंबर पर रहे। अशोक ओरांव को 11 हजार 9 सो 94 वोट मिले थे।
विधानसभा चुनाव 2009 के नतीजे
2009 के विधानसभा चुनावों में इस सीट पर राष्ट्र कल्याण पक्ष के चमरा लिंडा ने जीत हासिल की थी। इस सीट पर चमरा लिंडा को 44 हजार 4 सौ 61 वोट मिले थे। दूसरे स्थान पर रहे कांग्रेस के शिव कुमार को इस सीट पर 27 हजार 7 सौ 51 वोट मिले। वहीं बीजेपी के भिखारी भगत को 23 हजार 4 सौ 70 वोटों से तीसरे स्थान पर रहे थे।
बिशुनपुर सीट पर जेएमएम उम्मीदवार चमरा लिंडा की स्थिति काफी मजबूत लग रही है। वहीं बीजेपी उम्मीदवार समीर उरांव यहां संघर्ष करते नजर आ रहे हैं।