Edited By Khushi, Updated: 19 Aug, 2024 10:12 AM
नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के द्वारा लिखे गए मार्मिक पत्र पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि चंपई सोरेन की पीड़ा उनके एक्स पोस्ट पर स्पष्ट है। कैसे उनको योजनाओं को प्रारंभ करने, नियुक्ति वितरण से पार्टी के शीर्ष नेतृत्व...
रांची: नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के द्वारा लिखे गए मार्मिक पत्र पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि चंपई सोरेन की पीड़ा उनके एक्स पोस्ट पर स्पष्ट है। कैसे उनको योजनाओं को प्रारंभ करने, नियुक्ति वितरण से पार्टी के शीर्ष नेतृत्व द्वारा रोका गया।
"हेमंत सरकार के बैनरों व योजनाओं से चंपई सोरेन का नाम व निशान गायब"
अमर बाउरी ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने चंपई सोरेन अपमान योजना की शुरुआत की है। बाउरी ने आगे कहा, झामुमो-कांग्रेस ने गरीबों को 72,000 सालाना देने का वादा किया था। हेमंत सोरेन के झूठे वादे की थोड़ी भरपाई करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन की अध्यक्षता में कैबिनेट ने "मुख्यमंत्री बहन-बेटी माई-कुई स्वावलंबन प्रोत्साहन योजना" पर अपनी मुहर लगाई थी। आज हेमंत सरकार के बैनरों व योजनाओं से चंपई सोरेन का नाम व निशान गायब है। उन्होंने कहा कि यह चंपई सोरेन का अपमान है। बाउरी ने कहा कि बीते रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन का एक बहुत ही भावुक पोस्ट X पर पढा। यह बहुत ही संवेदनाओं से भरा हुआ पोस्ट के साथ-साथ वंशवादी और परिवारवादी पार्टियों की जो हकीकत है उसको भी बयान करता है। बाउरी ने कहा कि चार पैराग्राफ में लिखा गया यह पोस्ट यह बताता है कि एक वरिष्ठ नेता जो पूरे समर्पण और निष्ठा के साथ अपनी पार्टी के साथ चार दशक पूरा करता है। गुरु जी के हनुमान बन के रहता है। जो उनके हर फैसला और हर राजनीतिक उतार-चढ़ाव में उनके साथ खड़ा रहता है। वह आज अपने को इतना बेबस और अपने आप को लाचार पाते हैं कि इस तरह के पोस्ट करने को बाध्य होते हैं।
"यह पोस्ट आने वाले दिनों में झारखंड की राजनीति में एक बड़ा बदलाव लेकर आएगा"
बाउरी ने आगे कहा कि जिस तरह से उन्हें मुख्यमंत्री के पोस्ट से हटाया गया, जितने अपमानजनक वाक्य उनके साथ घटित हुआ, इससे यह दिखता है कि यह परिवार सत्ता के लिए कुछ भी कर सकता है। यह दिखलाता है कि यह वनस्वादी परिवारवादी पार्टियां तंत्र की दुहाई देते हो संविधान से चलने की बातें करते हैं, लेकिन यह पार्टियों विशुद्ध रूप से वंशवाद और परिवारवाद की जननी ही नहीं उसकी पोषक भी है। उन्होंने कहा कि इनके लिए कोई नियम कानून लागू नहीं होता। इनके लिए इनका परिवार ही सब कुछ है और इसके लिए लोगों की भावनाओं और संवेदनाओं से खेलना पसंद करते हैं और कुल मिलाकर किया पोस्ट राजनीति में आने वाले दिनों में झारखंड की राजनीति में यह पोस्ट एक बड़ा बदलाव लेकर आएगा।