Edited By Khushi, Updated: 08 Aug, 2025 06:02 PM

Jharkhand News: झारखंड अलग राज्य में अहम भूमिका निभाने वाले जेएमएम संस्थापक व पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के निधन के बाद झारखंड में शोक की लहर है। शिबू सोरेन के संघर्ष के समय में धनबाद उनका कर्म कार्य क्षेत्र रहा था।
Jharkhand News: झारखंड अलग राज्य में अहम भूमिका निभाने वाले जेएमएम संस्थापक व पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के निधन के बाद झारखंड में शोक की लहर है। शिबू सोरेन के संघर्ष के समय में धनबाद उनका कर्म कार्य क्षेत्र रहा था।
टुंडी के पोखरिया में आश्रम उन दिनों बनाया था जहां अपने साथियों के साथ जमींदारों से आदिवासियों की जमीन के लिए शिबू सोरेन मुखर होकर आंदोलन करते थे। वह झारखंड अलग राज्य बनाने को लेकर पोखरिया आश्रम में रणनीति बनाया करते थे। पोखरिया में आज भी उनके संघर्ष के दिनों के साथी श्यामलाल मुर्मू के परिजन रहते है। वही उनके लिये खाना बनाने वाले ननकू मुर्मू अपने परिवार के साथ पोखरिया में रहते हैं।
"शिबू सोरेन के निधन से सभी दुखी है"
श्यामलाल मुर्मू के परिवार और ननकू मुर्मू ने कहा कि शिबू सोरेन जब स्वस्थ थे तो पोखरिया आश्रम में आते रहते थे। बच्चों को बेहतर शिक्षा देने की बात कहते थे। शिबू सोरेन के अलावा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, विधायक कल्पना सोरेन भी आश्रम आई थीं। वह संगठन को मजबूत बनाने और पिता के पुराने समय की बात करते थे।
वही उनके संघर्ष के दिनों में रसोइया रहे ननकू मुर्मू ने कहा कि शिबू सोरेन ने अपना शुरुआती संघर्ष पोखरिया से शुरू किया था। दुमका से पहली बार जीते थे। वे सभी को शिक्षा से जुड़ने को कहते थे।