Edited By Khushi, Updated: 06 Aug, 2025 12:02 PM

Jharkhand News: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री दिशोम गुरु शिबू सोरेन का निधन सोमवार को हुआ और बीते मंगलवार को वह पंचतत्व में विलीन हो गए। उनके छोटे बेटे सीएम हेमंत सोरेन ने उन्हें मुख्यअग्नि दी। वहीं, गुरुजी के निधन से झारखंड से राज्यसभा की एक सीट खाली...
Jharkhand News: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री दिशोम गुरु शिबू सोरेन का निधन सोमवार को हुआ और बीते मंगलवार को वह पंचतत्व में विलीन हो गए। उनके छोटे बेटे सीएम हेमंत सोरेन ने उन्हें मुख्यअग्नि दी। वहीं, गुरुजी के निधन से झारखंड से राज्यसभा की एक सीट खाली हो गयी है।
6 महीने के भीतर चुनाव होना तय
ज्ञात हो कि झामुमो सुप्रीमो स्वर्गीय गुरुजी 22 जून 2020 को राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए थे। इनका 21 जून 2026 तक कार्यकाल है, लेकिन एक 1 पूर्व गुरुजी का निधन हो गया। इसलिए गुरुजी के निधन से रिक्त हुई सीट के विरुद्ध निर्वाचन आयोग को 6 महीने के भीतर चुनाव कराना होगा। राज्यसभा सदस्य सरफराज अहमद, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर, पूर्व मंत्री सत्यानंद भोक्ता, पूर्व मंत्री बंधु तिर्की, झामुमो महासचिव विनोद पांडेय और झामुमो के वरिष्ठ नेता फागू बेसरा को समन्वय समिति का सदस्य हैं, लेकिन गुरुजी के निधन के बाद समन्वय समिति अब हेडलेस हो गया है। इस कारण 6 महीने के भीतर चुनाव कराना होगा।
बता दें कि ‘दिशोम गुरु' के नाम से जाने वाले वरिष्ठ आदिवासी नेता शिबू सोरेन बीते मंगलवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। उनका अंतिम संस्कार रामगढ़ जिले में उनके पैतृक गांव नेमरा में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। उनके अंतिम संस्कार के दौरान तमाम बड़े नेता समेत ग्रामीणों का जनसैलाब उमड़ा। इससे पहले रांची स्थित राज्य विधानसभा परिसर से उनके पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव नेमरा ले जाते समय लोग उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए सड़क के दोनों ओर कतार में खड़े रहे और उन्होंने ‘गुरुजी अमर रहे' के नारे लगाए। शिबू सोरेन के बेटे और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सफेद कुर्ता-पायजामा पहने और कंधे पर पारंपरिक आदिवासी गमछा डाले हुए, हाथ जोड़े वाहन में बैठे दिखाई दिए। उनके काफिले के पीछे वाहनों की कतार लगी थी।