Edited By Harman, Updated: 05 Aug, 2025 11:35 AM

: वरिष्ठ आदिवासी नेता और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के सह-संस्थापक शिबू सोरेन का पार्थिव शरीर विधानसभा परिसर पहुंचा। यहां उनके पार्थिव शरीर को गॉड ऑफ ऑनर दिया गया। इस दौरान सरकार के मंत्रियों और बीजेपी और कांग्रेस के कई विधायकों द्वारा...
Shibu Soren Last Rites: वरिष्ठ आदिवासी नेता और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के सह-संस्थापक शिबू सोरेन का पार्थिव शरीर विधानसभा परिसर पहुंचा। यहां उनके पार्थिव शरीर को गॉड ऑफ ऑनर दिया गया। इस दौरान सरकार के मंत्रियों और बीजेपी और कांग्रेस के कई विधायकों द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित की गई। बड़ी संख्या में लोग और झामुमो कार्यकर्ता वयोवृद्ध नेता को अंतिम श्रद्धांजलि देने विधानसभा पहुंचे और 'गुरुजी अमर रहें' के नारे लगाए। कुछ देर बाद उनका पार्थिव शरीर पैतृक गांव नेमरा ले जाया जाएगा जहां उनका पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और अन्य कई नेताओं के शामिल होने की संभावना
बता दें कि अंतिम संस्कार के लिए विशेष यातायात व्यवस्था की गई है क्योंकि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और अन्य कई नेताओं के इसमें शामिल होने की संभावना है। अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए देशभर के कई नेता रांची पहुंच चुके है। रांची के बिरसा मुंडा हवाई अड्डे पर पहुंचे आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद संजय सिंह ने पत्रकारों से कहा, ‘‘मैं पार्टी की ओर से शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उन्होंने लंबे संघर्ष के बाद झारखंड का गठन किया और आदिवासियों व वंचितों के लिए भी लंबी लड़ाई लड़ी। उनका निधन एक अपूरणीय क्षति है।'' आज सुबह यहां पहुंचीं तृणमूल कांग्रेस की सांसद शताब्दी रॉय ने कहा, ‘‘हमारी (पश्चिम बंगाल की) मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नहीं आ सकीं। उन्होंने मुझे और राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ ब्रायन को शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि देने के लिए भेजा। लोगों के प्यार और सम्मान के कारण उनका नाम इतिहास में दर्ज रहेगा।''
बिहार में पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने यहां हवाई अड्डे पर कहा, ‘‘भगवान बिरसा मुंडा की विचारधारा पर चलते हुए सोरेन न केवल झारखंड में बल्कि पूरे देश में वंचितों और शोषितों की आवाज बन गए। वह संघर्ष, मानवता और सामाजिक न्याय के प्रतीक थे।'' इस बीच, ‘दिशोम गुरु' शिबू सोरेन के निधन से नेमरा गांव में शोक की लहर दौड़ गई।