Edited By Khushi, Updated: 20 Jun, 2024 06:55 PM
रांची सदर अस्पताल परिसर में एक कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में बन्ना गुप्ता ने कहा कि अब तक 10 लाख सतासी हजार सात सौ पचास लोगों की स्क्रीनिंग की गई है, जिसमें 1890 लोगों में सिकल सेल की पुष्टि हुई है।
रांची: रांची सदर अस्पताल परिसर में एक कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में बन्ना गुप्ता ने कहा कि अब तक 10 लाख सतासी हजार सात सौ पचास लोगों की स्क्रीनिंग की गई है, जिसमें 1890 लोगों में सिकल सेल की पुष्टि हुई है। हमारे पास एक ही एचएलसी मशीन है, जिससे सिकल सेल की कंफर्मेटरी टेस्ट होता है। जल्द ही राज्य के सभी 24 जिलों के सदर अस्पताल में इस मशीन की व्यवस्था की जाएगी।
बन्ना गुप्ता ने कहा कि सिकल सेल एक अनुवांशिक बीमारी है, जो एक पीढ़ी से दूसरे पीढ़ी में पहुंचती है। इस बीमारी का ठोस इलाज अभी तक ढूंढा नहीं जा सका है, लेकिन जानकारी और जागरूकता से इस बीमारी का रोकथाम संभव है। इसलिए जरूरी है कि इस बीमारी से बचाव की जानकारी राज्य की जनता तक पहुंचे। बन्ना गुप्ता ने कहा कि मैंने कोविड के समय स्वास्थ्य विभाग को यह निर्देश दिया था कि ट्रू नेट मशीन से जांच के समय ही मरीजों की टीबी की भी जांच कर ली जाए जिससे हम एक ही समय में हम दो बीमारी का पता कर पाएंगे।
बन्ना गुप्ता ने कहा कि सिकल सेल को समाप्त करने के लिए भी चिकित्सकों को ऐसी ही रणनीति के साथ मानव कल्याण के उद्देश्य से काम करना होगा। वहीं, रांची के विधायक सीपी सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि ग्रामीण स्तर पर इस बीमारी की जांच की व्यवस्था हो तभी इस बीमारी को रोका जा सकेगा। अगर हमारे पास सही जानकारी हो तो बहुत सी बीमारियों और महामारी को समय से पहले रोका जा सकता है।