Edited By Khushi, Updated: 24 Apr, 2025 11:55 AM

Pahalgam Attack: जम्मू-कश्मीर के लोकप्रिय पर्यटन स्थल पहलगाम में बीते मंगलवार की दोपहर आतंकियों ने अंधाधुंध गोलीबारी कर दी, जिसमें बेगुनाह लोगों की जान चली गई। इस आतंकी हमले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। इस हमले के बाद झारखंड जनाधिकार महासभा...
Pahalgam Attack: जम्मू-कश्मीर के लोकप्रिय पर्यटन स्थल पहलगाम में बीते मंगलवार की दोपहर आतंकियों ने अंधाधुंध गोलीबारी कर दी, जिसमें बेगुनाह लोगों की जान चली गई। इस आतंकी हमले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। इस हमले के बाद झारखंड जनाधिकार महासभा में आक्रोश है। महासभा ने गृह मंत्री अमित शाह से इस्तीफे की मांग की है।
महासभा ने कहा कि कश्मीर में आम नागरिकों, प्रवासी मजदूरों और अब पर्यटकों को भी आतंकी निशाना बना रहे हैं। भारी सैन्य उपस्थिति के बावजूद इस तरह की घटनाएं यह बताती हैं कि हालात सामान्य नहीं हैं। सूचना तंत्र की विफलता भी स्पष्ट है। महासभा ने कहा कि चूंकि जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा पूरी तरह केंद्र सरकार के अधीन है, ऐसे में गृह मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को नैतिक जिम्मेदारी लेकर इस्तीफा देना चाहिए। महासभा ने कहा कि केंद्र सरकार का ध्यान सुरक्षा बहाल करने की बजाय लगातार कश्मीरी युवाओं, पत्रकारों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की आवाज़ें दबाने पर रहा है। अनुच्छेद 370 को खत्म करने के बाद कश्मीर की संवैधानिक स्वायत्ता और नागरिक अधिकारों को जिस तरह कुचला गया है, उसने लोगों को असुरक्षा के वातावरण में छोड़ दिया है।
महासभा ने चिंता जताई कि इस हमले को लेकर कुछ मीडिया संस्थानों और हिंदुत्ववादी ताकतों द्वारा विभाजनकारी और सांप्रदायिक प्रचार किया जा रहा है। यह दावा किया गया कि हमलावरों ने धर्म पूछ कर निशाना बनाया, जबकि इसकी कोई पुष्ट जानकारी नहीं है। दूसरी ओर, स्थानीय कश्मीरियों द्वारा पर्यटकों को बचाने की कोशिशें भी सामने आईं, लेकिन उन्हें नजरअंदाज कर दिया गया। महासभा ने नागरिकों से अपील की है कि वे इस कठिन समय में अफवाहों और नफरत फैलाने वाले प्रचार से बचें और ऐसे हर विभाजनकारी प्रयास का सामूहिक विरोध करें।