Edited By Khushi, Updated: 18 Aug, 2024 02:05 PM
पश्चिम बंगाल में हुए डॉक्टर की सामूहिक दुष्कर्म एवं निर्मम हत्या को लेकर गिरिडीह शहर सहित विभिन्न इलाकों में बीते शनिवार शाम से देर रात तक को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और इंडियन डेंटल एसोसिएशन प्राइवेट नर्सिंग होम एसोसिएशन द्वारा अलग-अलग तरीके से...
गिरिडीह: पश्चिम बंगाल में हुए डॉक्टर की सामूहिक दुष्कर्म एवं निर्मम हत्या को लेकर गिरिडीह शहर सहित विभिन्न इलाकों में बीते शनिवार शाम से देर रात तक को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और इंडियन डेंटल एसोसिएशन प्राइवेट नर्सिंग होम एसोसिएशन द्वारा अलग-अलग तरीके से विरोध प्रदर्शन किया गया।
इंडियन डेंटल एसोसिएशन के द्वारा घटना के विरोध में दिनभर अपने क्लीनिक को बंद रखने के बाद शाम के वक्त शहर में कैंडल मार्च निकाला गया। कैंडल मार्च में शामिल चिकित्सकों ने शहर के टावर चौक के पास इस घटना को लेकर विरोध दर्ज करवाया और हत्यारे को फांसी देने की मांग की। मौके पर डॉक्टर सुमन कुमार एवं सी के सिंह ने कहा कि पश्चिम बंगाल में जिस निर्दयता के साथ यह घृणित कार्य को अंजाम दिया गया है वह बेहद शर्मनाक है।सरकार और प्रशासन जल्द से जल्द डॉक्टर के हत्यारे को फांसी की सजा दे। उन्होंने सरकार से मेडिकल प्रोडक्शन एक्ट को शक्ति से लागू करने की भी मांग की है। मौके पर डॉक्टर बीके झा, डॉक्टर मोहित कुमार, डाक्टर सौरव जगनानी, डाक्टर सौरव तर्वे, डॉक्टर मुर्शीद, डॉक्टर करीम, डॉक्टर अंकित कुमार, डाक्टर प्रियंका प्रियदर्शी, डॉक्टर परीक्षित आनंद, डाक्टर दीपक पंडा, डाक्टर श्यामा खान, डाक्टर देव मनीष कांत, डॉक्टर मनीष कुमार, डॉक्टर आशिफ अली समेत कई डॉक्टर मौजूद थे।
वहीं, महिला डॉक्टर के हत्या के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने भी झंडा मैदान से लेकर टावर चौक तक विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान परिषद के जनजातीय सह प्रमुख मंटू मुर्मू ने कहा कि पश्चिम बंगाल में महिला डॉक्टर के रेप के बाद जिस तरह से हत्या की गई है यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। पश्चिम बंगाल में महिला सुरक्षा से संबंधित घटनाएं काफी बढ़ गई है, लेकिन ममता सरकार दोषियों को सजा दिलवाने के बजाय उन्हें बचाने में लगी रहती है। उन्होंने राष्ट्रपति से पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन बहाल करने की मांग की है।