Edited By Harman, Updated: 17 Jan, 2025 11:21 AM
जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक सरयू राय ने कंबल की निविदा में बड़े पैमाने पर अनियमितता बरतने का आरोप लगाया है। सरयू राय का मानना है कि टेंडर की शर्तों का उल्लंघन हुआ है। कंबल की गुणवत्ता पर भी उन्होंने सवाल उठाए हैं। सरयू राय ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन...
धनबाद: जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक सरयू राय ने कंबल की निविदा में बड़े पैमाने पर अनियमितता बरतने का आरोप लगाया है। सरयू राय का मानना है कि टेंडर की शर्तों का उल्लंघन हुआ है। कंबल की गुणवत्ता पर भी उन्होंने सवाल उठाए हैं। सरयू राय ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक पत्र लिखकर कंबल आपूर्ति करने वाले के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
"इस बार कंबल की एक साथ केंद्रीकृत खरीदारी हुई"
सरयू राय ने कहा कि ठंड में जो कंबल बांटे जा रहे हैं,राज्यभर में 9 लाख 20 हजार कंबल बांटे जा रहें हैं। इसके लिए जो निविदा निकली थी, निविदा में कंबल आपूर्ति करने वालों की जो शर्तें दी गई थी,उन शर्तों में घोर उल्लंघन हुआ है। पिछली बार कंबल की खरीदारी जिला स्तर पर हुई थी। प्रत्येक जिले के डीसी को यह अधिकार दिया गया था। इस बार एक साथ केंद्रीकृत खरीदारी हुई है।
"कंबल पावरलूम निर्मित"
कंबल हैंडलूम निर्मित होने चाहिए पावरलूम निर्मित नहीं,निविदा की यह प्रमुख शर्त है। जितने कंबल की खरीदारी की गई है,सभी पावरलूम निर्मित हैं। सभी कंबल पानीपत से खरीदी गई है। पिछले साल की अपेक्षा इस साल एक कंबल की खरीदारी पर 75 से 80 रुपए अधिक दर आई है। निविदा में कई शर्तें हैं,जिनका उल्लंघन हुआ है। दो तरह के कंबल बांटे गए हैं। शहर में अलग कंबल बंटा हैं।
"कंबल की आपूर्तिकर्ता पर हो कार्रवाई"
निविदा की शर्तों का पालन नहीं करने के लिए कंबल की आपूर्तिकर्ता पर कार्रवाई होनी चाहिए। नहीं तो वह कुछ चुने हुए नमूने जिला से मंगाकर कहेंगे सब ठीक है। कंबल में 70 फीसदी से अधिक ऊन होना चाहिए और बाकी फाइबर का धागा होना चाहिए।कंबल में ना तो ऊन है और ना ही फाइबर है।पुराने कपड़ों को पीस कर सोडा बनाया जाता है।अधिकांश इसी सोडा का उपयोग कंबल बनाने में किया गया है।इसके लिए मैने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक पत्र लिखा है।इस मामले पर अभी तक मुख्यमंत्री का कोई जवाब नहीं आया है।
नदियों में हो रहे प्रदूषण पर बोले सरयू राय
रघुवर दास के द्वारा राज्यपाल के पद से इस्तीफा देकर भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने पर सरयू राय ने कहा कि यह भाजपा का अंदरूनी मामला है। इस पर टिपण्णी करना अच्छी बात नहीं है। नदियों में हो रहे प्रदूषण पर उन्होंने कहा कि जिस नदी को हम मां कहते हैं, वह मैला ढोने वाली मालगाड़ी बन गई है।