Edited By Nitika, Updated: 27 Nov, 2022 05:23 PM

झा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपने दूरगामी अभियान ‘‘जल-जीवन-हरियाली' के तहत गंगा नदी के अधिशेष जल को दक्षिण बिहार के जल संकट वाले शहरों ले जाकर पेयजल के रूप में उपयोग करने की अनूठी परिकल्पना की।
पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजगीर में गंगाजल आपूर्ति योजना का लोकार्पण कर दिया है। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश ने गया जी जलाशय में गंगा आरती भी किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री के साथ डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, जल संसाधन मंत्री संजय झा के साथ कई मंत्री और अधिकारी मौजूद रहे ।

बता दें कि बताया कि नीतीश कुमार अगले दिन (28 नवंबर को) गया और बोधगया में योजना का लोकार्पण करेंगे, जबकि योजना के दूसरे चरण में जून 2023 तक नवादा में भी इसे (हर घर गंगाजल) पहुंचाने का लक्ष्य है। बिहार सरकार के जल संसाधन तथा सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा ने बताया कि कि मुख्यमंत्री ने अपने दूरगामी अभियान ‘‘जल-जीवन-हरियाली'' के तहत गंगा नदी के अधिशेष जल को दक्षिण बिहार के जल संकट वाले शहरों ले जाकर पेयजल के रूप में उपयोग करने की अनूठी परिकल्पना की।

मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में दिसंबर 2019 में गया में हुई कैबिनेट की विशेष बैठक में अतिमहत्वाकांक्षी ‘‘गंगाजल आपूर्ति योजना'' को मंजूरी दी गई। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में जल संसाधन विभाग ने तत्परता से काम करते हुए इतनी बड़ी योजना को कोरोना काल की चुनौतियों के बावजूद 3 साल से कम समय पूरा करवा दिया है।

मंत्री ने कहा कि गंगा जल पाइपलाइन के जरिए 151 किलोमीटर सफर तय करके राजगीर, गया और बोधगया के जलाशयों में पहुंच गया है, जहां से यह शोधित होकर शुद्ध पेयजल के रूप में रोज लाखों लोगों की प्यास बुझाएगा। मंत्री ने बताया कि योजना के तहत प्रतिव्यक्ति प्रतिदिन 135 लीटर शुद्ध जल की आपूर्ति का लक्ष्य है।