Edited By Ramanjot, Updated: 22 Aug, 2025 06:10 PM

करमचट डैम पहले से ही प्राकृतिक सुंदरता और हरियाली के लिए चर्चित है, लेकिन हाउसबोट सेवा की शुरू होने के बाद यह स्थल पर्यटकीय द्ष्टिकोण से और मजबूत हो जाएगा। हाउसबोट में पर्यटकों को सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी, ताकि वे न केवल प्रकृति का आनंद उठा...
Houseboat Service in Karamchat Dam: कैमूर जिले के दुर्गावती जलाशय स्थित करमचट डैम अब पर्यटकों के लिए और भी आकर्षक बनने जा रहा है। यहां जल्द ही आधुनिक सुविधाओं से युक्त हाउसबोट सेवा की शुरुआत होने वाली है। यह हाउसबोट डैम परिसर में पहुंच चुकी है और इसका उद्घाटन आगामी 24 अगस्त को पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. सुनील कुमार करेंगे।
पर्यटकों को सभी आधुनिक सुविधाएं होंगी उपलब्ध
करमचट डैम पहले से ही प्राकृतिक सुंदरता और हरियाली के लिए चर्चित है, लेकिन हाउसबोट सेवा की शुरू होने के बाद यह स्थल पर्यटकीय दृष्टिकोण से और मजबूत हो जाएगा। हाउसबोट में पर्यटकों को सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी, ताकि वे न केवल प्रकृति का आनंद उठा सकें बल्कि अपने बोट के सफर को और आरामदायक और यादगार भी बना सकें। इस हाउसबोट में आने वाले पर्यटकों को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। बोट में एक एसी युक्त कमरा, एक बाथरूम और एक किचन की व्यवस्था है। इसमें एक बार में 8 से 10 लोगों के बैठने की क्षमता होगी। अभी इसका ट्रायल चल रहा है और जल्द ही इसका उद्घाटन होने के बाद इसे आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। इसमें खाने पीने की भी उत्तम व्यवस्था होगी।

चारों तरफ से पहाड़ियों से घिरा हुआ है करमचट डैम
सीएफ इकोटूरिज्म सत्यजीत कुमार ने बताया कि करमचट डैम पहले से ही बहुत खूबसूरत है। यह चारों तरफ से पहाड़ियों से घिरा हुआ है और यहां आने से 10-12 झरने देखने का आनंद मिलता है। यह डैम काफी दूर तक फैला है और इसकी खूबसूरती में चार चांद लगाने अब हाउसबोट की सुविधा शुरू की जा रही है जिससे लोग यहां आएं और रोमांच के साथ प्रकृति का आनंद ले सकें। इसके साथ ही रोजगार के भी कई अवसर सृजित होंगे। हाउसबोट सुविधा शुरू होने से इस इलाके में पर्यटन गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा।

कैमूर जिले का यह इलाका ऐतिहासिक और प्राकृतिक धरोहरों से समृद्ध है। इस पहल से न केवल पर्यटन को नई दिशा मिलेगी, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। हाउसबोट संचालन से जुड़े प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कार्यों में स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा। इसके साथ ही आस-पास के इलाकों में होटल, रेस्टोरेंट, गाइड, परिवहन और हस्तशिल्प से जुड़े व्यवसाय को भी बढ़ावा मिलेगा।