Edited By Harman, Updated: 16 Aug, 2025 08:39 AM

झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन का दिल्ली के अपोलो अस्पताल में शुक्रवार रात निधन हो गया। वह 62 साल के थे। रामदास सोरेन के पुत्र ने सोशल मीडिया के माध्यम से यह जानकारी दी।
Ramdas Soren Death: झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन का दिल्ली के अपोलो अस्पताल में शुक्रवार रात निधन हो गया। वह 62 साल के थे। रामदास सोरेन के पुत्र ने सोशल मीडिया के माध्यम से यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अत्यंत ही दुख के साथ यह बता रहा हूं कि मेरे पिताजी रामदास सोरेन जी अब हमारे बीच नहीं रहे। उनके निधन से झारखंड में शोक की लहर दौड़ गयी है।
CM हेमंत ने जताया दुख
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के निधन पर दुख जताते हुए सोशल मीडिया 'एक्स' पर शोक संदेश में लिखा, ‘‘ऐसे छोड़ कर नहीं जाना था रामदास दा।
पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने किया शोक व्यक्त
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि झारखंड के शिक्षा मंत्री एवं घाटशिला के विधायक रामदास सोरेन का निधन का अत्यंत ही दुखद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दे एवं शोकाकुल परिवार को दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करे।
दिल्ली के अपोलो अस्पताल में ली अंतिम सांस
बता दें कि शिक्षा मंत्री सोरेन को दो अगस्त 2025 को जमशेदपुर से एयरलिफ्ट कर दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मंत्री सह घाटशिला विधायक रामदास सोरेन की ब्रेन स्ट्रोक के बाद स्थिति गंभीर हो गई थी। दो अगस्त की सुबह 4:30 बजे श्री सोरेन उठकर बाथरूम गए थे। करीब 15 मिनट तक बाहर नहीं आए तो पत्नी ने दरवाजे पर दस्तक दी। इसके बाद अंदर झांककर देखा कि वे बाथरूम के कोने में बैठे दिखे। पूछने पर कहा कि कुछ ठीक नहीं लग रहा है। इस पर पत्नी ने बेटे को आवाज दी। फिर उन्हें बाथरूम से निकाल कर बाहर कुर्सी पर बैठाया गया।वे फिर बोले कि अच्छा नहीं लग रहा है। इस पर पत्नी और बेटे ने कहा कि अस्पताल चलते हैं, लेकिन मंत्री ने उन्हें मना कर दिया। तबीयत बिगड़ने पर सुबह करीब 5:30 बजे उन्हें इलाज के लिए खड़ंगाझाड़ स्थित टाटा मोटर्स अस्पताल ले जाया गया।इस क्रम में ही उन्होंने उल्टी की। इसके बाद उनकी स्थिति और गंभीर होने लगी। इमरजेंसी में भर्ती करने के बाद लगातार ब्लड प्रेशर गिरने लगा। उन्हें तुरंत आइसीयू में शिफ्ट किया गया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मामले की जानकारी मिलने पर एयर एबुलेंस से उन्हें दिल्ली लाने का जिम्मा स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी को सौंपा। इसके बाद उन्हें एयरलिफ्ट कर दिल्ली ले जाया गया था लेकिन शुक्रवार को इलाज के दौरान उनका निधन हो गया।