Edited By Ramanjot, Updated: 18 Jan, 2025 11:59 AM
Bihar News: पांडेय की अध्यक्षता में शुक्रवार को शेखपुरा स्थित स्वास्थ्य भवन के सभागार में राज्य स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार, संचालित योजनाओं की प्रगति और भविष्य की...
Bihar News: बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय (Mangal Pandey) ने कहा है कि राज्य के 13 जगह पर नवजात शिशु देखभाल ईकाई (MNCU) की शुरुआत फरवरी माह में की जाएगी, जिसके बाद बिहार देश में पहला राज्य होगा, जहां जिले स्तर पर एमएनसीयू संचालित होंगे।
पांडेय की अध्यक्षता में शुक्रवार को शेखपुरा स्थित स्वास्थ्य भवन के सभागार में राज्य स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार, संचालित योजनाओं की प्रगति और भविष्य की प्राथमिकताओं पर गहन चर्चा की गई। इस अवसर पर पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग आम जन को सुलभ और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। इस दिशा में योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जा रहा है।
राज्य में 13 जगह पर शुरू होंगे MNCU
पांडेय ने कहा कि राज्य के 13 जगह पर नवजात शिशु देखभाल ईकाइ (एमएनसीयू) की शुरुआत फरवरी माह में की जाएगी। जिसके बाद बिहार देश में पहला राज्य होगा, जहां जिले स्तर पर एमएनसीयू संचालित होंगे। जननी बाल सुरक्षा योजना के तहत जच्चा-बच्चा किट दिया जाएगा। जिसका लोकार्पण फरवरी महीने के शुरुआत में होगा। इस किट में जरूरी दवाइयां और पोषक आहार रहेंगे, जो जच्चा और बच्चा के लिए होंगे।
मोबाइल आई स्क्रीनिंग व्हीकल की सुविधा होगी शुरू
मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि संस्थागत प्रसव को और बढ़ने के लिए कार्य करें। राज्य में कोई भी ऐसा प्रखंड नहीं हो जहां एक्सरे-रे की सुविधा ना हो। अभी राज्य में 490 फैसेलिटीज पर एक्सरे मशीन हैं। मार्च माह तक सारे प्रखंड में एक्सरे मशीन लगवाएं। राज्य में जल्द से जल्द मोबाइल आई स्क्रीनिंग व्हीकल की सुविधा शुरू की जाएगी। पांडेय ने कहा कि टीवी मुक्त बिहार बनाने के लिए चलंत बाइक पोर्टेबल जांच किट की भी शुरुआत मार्च महीने तक की जाएगी, जो हर जगह जाएंगे और पोर्टेबल टीवी जांच किट से लोगों की जांच करेंगे और जो लोग पॉजिटिव या जिसमें टीवी होने की संभावना होगी उनके टीवी जांच सैंपल लेकर जांच केंद्रों तक पहुंचाएंगे।