Edited By Ramanjot, Updated: 25 Sep, 2024 02:49 PM
#NalaAssemblySeat
2019 के विधानसभा चुनाव में जेएमएम कैंडिडेट रविन्द्र नाथ महतो ने 61 हजार तीन सौ 56 वोट लाकर जीत का परचम लहराया। वहीं बीजेपी कैंडिडेट सत्यानंद झा ने 57 हजार आठ सौ 36 वोट लाकर दूसरा स्थान हासिल किया था। जेवीएम कैंडिडेट कनाई चंद्र...
Nala Assembly Seat: झारखंड के 81 विधानसभा सीटों में से एक सीट नाला भी है। दुमका जिले में स्थित यह विधानसभा क्षेत्र दुमका लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आता है। झारखंड राज्य के अस्तित्व में आने के बाद 2005 में इस सीट पर जेएमएम के रविन्द्र नाथ महतो विधायक चुने गए जबकि 2009 में यह सीट बीजेपी के खाते में गई और सत्यानंद झा यहां से विधायक चुने गए।
वहीं 2014 में इस सीट पर जेएमएम ने एक बार फिर से कब्जा जमाया और रविन्द्र नाथ महतो विधायक बने। 2019 के चुनाव में भी यहां से रविंद्रनाथ महतो ने ही जीत हासिल की थी।
2019 के विधानसभा चुनाव में जेएमएम कैंडिडेट रविन्द्र नाथ महतो ने 61 हजार तीन सौ 56 वोट लाकर जीत का परचम लहराया। वहीं बीजेपी कैंडिडेट सत्यानंद झा ने 57 हजार आठ सौ 36 वोट लाकर दूसरा स्थान हासिल किया था। जेवीएम कैंडिडेट कनाई चंद्र 21 हजार तीन सौ 94 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
एक नजर 2019 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2014 के विधानसभा चुनाव परिणाम पर नजर डालें तो इस सीट पर जेएमएम के रविन्द्र नाथ महतो ने बीजेपी के सत्यानंद झा को 7 हजार 15 वोटों से हराकर जीत का परचम लहराया था। रविन्द्र नाथ महतो को कुल 56 हजार एक सौ 31 वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर रहे बीजेपी के सत्यानंद झा को कुल 49 हजार एक सौ 16 वोट मिले थे। वहीं तीसरे स्थान पर रहे जेवीएम के माधव चंद्र महतो को कुल 20 हजार नौ सौ 70 वोट मिले थे।
एक नजर 2014 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2009 के विधानसभा चुनाव परिणामों पर नजर डालें तो इस सीट पर बीजेपी के सत्यानंद झा ने जेएमएम के रविन्द्र कुमार महतो को 3 हजार नौ सौ 48 वोटों से हराकर जीत हासिल की थी। सत्यानंद झा को कुल 38 हजार एक सौ 19 वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर रहे जेएमएम के रविन्द्र कुमार महतो को कुल 34 हजार एक सौ 71 वोट मिले थे। वहीं तीसरे स्थान पर रहे सीपीआई के कन्हाई चंद्र को 19 हजार 14 वोटों से संतोष करना पड़ा था।
विधानसभा चुनाव 2009 के नतीजे
नाला सीट पर हुए पिछले विधानसभा चुनावों के परिणामों का विश्लेषण करें तो दो बार जेएमएम और एक बार बीजेपी का कब्जा रहा है लेकिन इस बार यहां जेएमएम और बीजेपी में कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है।